Ajit Pawar On CM Yogi: 20 नवंबर को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसे लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां जोरशोर से तैयारी में जुटी हुई है. सभी पार्टियां लगातार प्रदेश में चुनावी रैलियां करती नजर आ रही है. भाजपा के बड़े नेता लगातार प्रदेश में चुनावी रैलियां को संबोधित कर रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी महाराष्ट्र पहुंचे और उन्होंने बेबाकी से चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपनी बात रखी.
अजित पवार ने सीएम योगी के नारे का किया विरोध
उन्होंने मुस्लमानों पर हमला करते हुए हिंदुओं को एकजुट रहने की बात भी कही. हालही में हुए हरियाणा चुनाव में सीएम योगी ने ताबड़तोड़ रैलियां की थी और बंटेंगे तो कटेंगे के नारे भी दिए. उनके इस नारे का लोगों ने खूब समर्थन किया. यहां तक कि आरएसएस और भाजपा के कई बड़े नेता भी यह नारा लगाते नजर आए.
'महाराष्ट्र अन्य राज्यों से अलग है'
वहीं, अब इस नारे पर महायुति गठबंधन के नेता अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी है. उनके बंटेंगे तो कटेंगे के नारे पर पवार ने कहा कि यह महाराष्ट्र है, यहां ये सब नारे नहीं चलते. दूसरे राज्यों में यह सब नारे चलते होंगे. आदित्यनाथ की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि महाराष्ट्र छत्रपति शिवाजी महाराज, राजर्षि शाहू महाराज और महात्मा फुले का है. महाराष्ट्र के लोगों को यह सब पसंद नहीं है.
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'बीजेपी से हमारी विचारधारा अलग'
साथ ही अजित पवार ने पीएम मोदी के नारे सबका साथ, सबका विकास पर काम करने की बात कही. पहले भी इस नारे के इस्तेमाल पर अपना विरोध जताया था. आगे बोलते हुए अजित पवार ने कहा कि लोग बाहर से महाराष्ट्र में आ रहे हैं और इस तरह की बात कर रहे हैं. बीजेपी के नेता इस तरह की बात कह रहे हैं.
महायुति में 'तनाव'
आगे उन्होंने कहा कि हम महायुति में तो हैं, लेकिन हमारी पार्टी की विचारधारा बीजेपी से नहीं मिलती है. यह सब दूसरे राज्यों में चलता होगा, लेकिन हमारे प्रदेश में यह सब नहीं चलता है. अब अजित पवार के इस बयान के बाद से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या मुस्लिम वोटर्स को साधने के लिए अजित पवार ने इस तरह का बयान दिया है या फिर महायुति में सबकुछ ठीक नहीं है? बता दें कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा और 23 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे.