महाराष्ट्र में चुनाव से पहले सियासी घमासान दिखाई देने लगा है. कहने के लिए यहां टकराव महाविकास आघाड़ी और महायुति के बीच है. मगर कई जगहों पर त्रिशंकु लड़ाई ने इस चुनाव को और ज़्यादा दिलचस्प बना दिया है. ऐसी ही एक लड़ाई है मुंबई के महिम विधानसभा सीट पर है जहां उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के प्रत्याशियों के सीधे टक्कर के बीच में राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे मैदान में आ गए हैं. वैसे तो ये सीट ठाकरे परिवार का गढ़ मानी जाती है लेकिन इस बार जनता किसका साथ देगी ये देखना बड़ा दिलचस्प होगा.
महासंग्राम के बीच ये महायज्ञ हो रहा
महाराष्ट्र में चुनावी महासंग्राम के बीच ये महायज्ञ हो रहा है. राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे के लिए जो पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं. अमित ठाकरे मुंबई के महिम विधानसभा से चुनाव लड़ने का आगाज कर चुके हैं और उनकी जीत के लिए एक तरफ जहां पिता राज ठाकरे ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है तो वहीं महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं ने महायज्ञ भी शुरू कर दिया है.
ठाकरे परिवार को महाराष्ट्र की राजनीति में हमेशा किंग मेकर के तौर पर जाना जाता रहा है लेकिन उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे के बाद ये दूसरा मौका है जब ठाकरे का परिवार से कोई सदस्य डायरेक्ट चुनाव के मैदान में होगा. लेकिन आदित्य ठाकरे के लिए उनका पहला चुनाव जीतना आसान दिखाई दे रहा था. अमित ठाकरे के लिए इस चुनाव में जीत हासिल करना उतना ही मुश्किल दिखाई दे रहा है.
जब बीजेपी और शिवसेना एक साथ थी
पहली बार आदित्य ठाकरे ने जिस वरली विधान सभा से चुनाव लड़ा था. वहां उनके सामने कोई भी मजबूत प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं था. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना एक साथ थी. लिहाजा आदित्य के लिए वर्ली जीतना बहुत मुश्किल नहीं था. वहीं चाचा राज ठाकरे ने भी आदित्य के सामने अपना कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था. वहीं बात अमित ठाकरे की करे तो उनके लिए सबसे बड़ा चैलेंज है, यहां से 2 बार चुनाव जीत चुके और मौजूदा विधायक सदा सर्वानकार जो इस बार एकनाथ शिंदे की शिवसेना से चुनाव लड़ेंगे और किसी भी हाल में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. वहीं शिवसेना उद्धव गुट ने भी महेश सावंत को चुनावी मैदान में उतारा है.
ठाकरे परिवार का गढ़ माना जाता रहा
राज ठाकरे ने अपने बेटे अमित ठाकरे को माहिम विधानसभा सीट से लड़ाने का फैसला किया है. माहिम विधानसभा ये ठाकरे परिवार का गढ़ माना जाता रहा है. दक्षिण मुंबई का ये विधानसभा क्षेत्र बेहद ही पॉश है और यहां स्वर्ण मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. इसी विधानसभा क्षेत्र में सिद्धिविनायक मंदिर और शिवाजी पार्क भी है. वही शिवाजी पार्क जहां बालासाहेब ठाकरे ने साल 1996 में शिवसेना की स्थापना की थी और यहीं से साल 2006 में मनसे की भी स्थापना हुई थी. इसी शिवाजी पार्क के सामने राज ठाकरे का घर शिवतीर्थ भी है और यहां से 2009 में राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस के प्रत्याशी नितिन सरदेसाई चुनाव भी जीत चुके हैं.