महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh) ने कहा कि मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला नियमित नहीं था और उन्हें गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाजे और एसयूवी के मामले में 'स्वतंत्र और निष्पक्ष' जांच सुनिश्चित करने के लिए पद से हटाया गया है. उन्होंने कहा कि सिंह को मुंबई पुलिस प्रमुख के रूप में हटा दिया गया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि पूरी तरह से जांच, स्वतंत्र और निष्पक्ष हो.. दो प्रतिष्ठित एजेंसियां, एनआईए और एटीएस जांच कर रही हैं, दोनों पेशेवर तरीके से जांच कर रहे हैं."
अनिल देशमुख ने कहा कि एक जूनियर अधिकारी (वाजे) ने कुछ गलतियां कीं, जो जांच में सामने आईं और इसलिए उन्हें क्षमा या अनदेखा नहीं किया जा सकता था, और चूंकि सिंह समग्र प्रभारी थे, इसलिए यह जरूरी था कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कहीं और तैनात किया जाए. उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की और सिंह को बाहर करने का फैसला किया गया, ताकि जांच में कोई बाधा न आए. तबादलों के एक दिन बाद, देशमुख ने लोकमत ग्रुप ऑफ पब्लिकेशन्स द्वारा आयोजित एक प्रतिष्ठित मीडिया कार्यक्रम के दौरान दो निजी मराठी चैनलों के साथ बातचीत में यह बात कही.
मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह हटाए गए, हेमंत नागरले को मिली कमान
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले के बाद सवालों के घेरे में आए मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह हेमंत नागरले नए मुबंई पुलिस कमिश्नर बने हैं. बता दें कि साल 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी परमवीर सिंह एक तेजतर्रार अधिकारी माने जाते हैं. दरअसल, रहस्यमयी एसयूवी मामले के एक बड़े नतीजे में, महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को मुंबई के पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह का तबादला कर दिया और उनकी जगह वर्तमान पुलिस महानिदेशक हेमंत नागराले को मुंबई पुलिस आयुक्त बनाया है. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने यह घोषणा की.
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रजनीश शेठ को डीजीपी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि सिंह को होमगार्ड के प्रमुख के रूप में तैनात किया जाएगा. दरअसल, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एक एसयूवी पाए जाने के बाद पिछले दो सप्ताह में शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस के सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सहयोगियों के बीच बड़े पैमाने पर रस्साकशी के बाद घटनाक्रम सामने आया.
HIGHLIGHTS
- अनिल देशमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की
- एक जूनियर अधिकारी (वाजे) ने कुछ गलतियां कीं, जो जांच में सामने आईं
- निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए कहीं और तैनात किया जाए