Bageshwat Dham- Dhirendra Shastri got clean chit : मीडिया की सुर्खियां बने बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री को नागपुर पुलिस ने क्लीनचिट दे दी है. नागपुर पुलिस ने कहा है कि जांच के बाद ऐसा कुछ नहीं पाया गया है, जिसमे धीरेंद्र शास्त्री पर अंधविश्वास फैलाने के आरोप सच साबित हो सकें. नागपुर पुलिस ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री चमत्कार की बात नहीं करते और न ही किसी को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कहते हैं. उनकी बातों में जनता को विश्वास है और वो किसी तरह की ठगी का काम नहीं कर रहे हैं.
इस समिति ने दर्ज कराया था शास्त्री पर केस
बता दें कि बागेश्वर महाराज धीरेंद्र शास्त्री ने नागपुर में श्रीराम चरित्र चर्चा आयोजित की थी. इसके खिलाफ महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने नागपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. समिति ने शिकायत की थी कि धीरेंद्र शास्त्री समाज में अंधविश्वास और जादू-टोना को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं. ऐसे में ये दो कानूनों के तहत दंडनीय अपराध है. जानकारी के मुताबिक, समिति के अध्यक्ष श्याम मानव ने पुलिस से शिकायत की थी कि धीरेंद्र शास्त्री समाज में अंध विश्वास फैला रहे हैं. जिसके बाद पुलिस ने 7-8 जनवरी को नागपुर में हुए बागेश्वर सरकार के दरबार का वीडियो खंगाला. हालांकि अब नागपुर पुलिस ने धीरेंद्र शास्त्री को क्लीनचिट दे दी है.
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नागपुर पुलिस ने खंगाला कार्यक्रम का पूरा वीडियो
नागपुर पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 7-8 जनवरी दरबार से जुड़े वीडियो को हर एंगल से खंगाला गया. पूरी जांच में वीडियो में कुछ भी ऐसा नहीं मिला जो यह साबित करे कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अंध विश्वास फैला रहे हैं. बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री जब कथा के लिए नागपुर आये थे तो श्याम मानव ने उनपर अंध विश्वास फैलाने का आरोप लगाया था. साथ ही कहा था कि उनकी चुनौती के बाद बागेश्वर सरकार वहां से भाग गए थे. हालांकि धीरेंद्र शास्त्री ने श्याम को बागेश्वर आने का न्यौता दिया है.
HIGHLIGHTS
- नागपुर पुलिस ने धीरेंद्र शास्त्री को दी क्लीनचिट
- अंधविश्वास फैलाने का कोई सबूत नहीं
- नागपुर पुलिस ने जांच के बाद दिया बयान