शनिवार को केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा दावा किया है. जाधव ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम तीन पीढ़ियों से कृषि बिजली बिल का भुगतान नहीं कर रहे हैं. उनके इस बयान की काफी चर्चा हो रही है. दरअसल, अपने संसदीय क्षेत्र बुलढाणा में शिंदे सरकार द्वारा शुरू की गई कृषि बिजली बिल माफी योजना को लेकर कार्यक्रम में बोल रहे थे.
हमने तीन पीढ़ियों से नहीं भरा बिजली का बिल
इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं एक किसान हूं और हमने पिछली तीन पीढ़ियों से बिजली का बिल भुगतान नहीं किया है. मेरे दादाजी के पानी के पंप वहीं है, फिर भी ना मेरे दादाजी ने और ना ही मेरे पिता ने बिजली के बिलों का भुगतान किया है. साथ ही उन्होंने यहा भी कहा कि अगर विरतण पैनल जल गया तो नया पैनल लगाने में 1000-2000 रुपये का खर्चा होता है.
2029 तक मिलेगा इस योजना का लाभ
बता दें कि शिंद सरकार ने मुख्यमंत्री बलिराजा मुफ्त बिजली योजना 2024 की शुरुआत की है. इस योजना के तहत प्रदेश के किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली दी जा रही है. मुफ्त बिजली सिर्फ उन्हीं किसानों को दी जाएगी, जो मूलरूप से महाराष्ट्र के हैं. इस योजना का लाभ किसान 2029 तक उठा सकते हैं.
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6985 करोड़ रुपये का बजट आवंटित
इसके लिए राज्य सरकार ने 6985 करोड़ रुपये का बजट भी आवंटित कर दिया है. इस योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो 7.5 हॉर्स पावर तक की क्षमता वाले कृषि पंपों का इस्तेमाल करते हैं. महाराष्ट्र में नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने वाला है. प्रदेश में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं. इसे लेकर राज्य में सियासी भूचाल मचा हुआ है.
26 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकारल होगा खत्म
महायुति और महाविकास अघाड़ी लगातार एक-दूसरे पर जुबानी हमला बोल रहे हैं. चुनाव आयोग 27-28 सितंबर को महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेंगे. वहीं, केंद्रीय चुनाव आयोग के अधिकारी 26 सितंबर को मुंबई पहुंचेंगे. बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को खत्म होने वाला है.