महाराष्ट्र में भाजपा ने शुक्रवार को इन आरोपों को पुरजोर तरीके से खारिज कर दिया कि वह विधायकों की खरीद-फरोख्त में लगी है और उन्हें अपने खेमे में शामिल करने के लिए धन का प्रलोभन दे रही है. प्रदेश भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा कि यह हमारी पार्टी की संस्कृति का हिस्सा नहीं है. कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र में विधायकों को दलबदल कराने के लिए 25 से 50 करोड़ रुपये तक की पेशकश की जा रही है. इस बारे में जब पूछा गया तो उपाध्ये ने कहा, ‘भाजपा का विधायकों को प्रलोभन देने का सवाल ही नहीं उठता. यह हमारी संस्कृति नहीं है.’ इस तरह के आरोप हैं कि भाजपा नेता मध्यस्थों के माध्यम से नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों को पार्टी बदलने के लिए प्रलोभन दे रहे हैं. उपाध्ये ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया.
कांग्रेस के इगतपुरी (नासिक जिला) विधायक को 50 करोड़ रुपये की पेशकश के वडेट्टीवार के आरोपों पर उपाध्ये ने कहा कि यह देश की सबसे पुरानी पार्टी की हताश को झलकाता है. उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ने दशकों पहले 200 से अधिक सीटें जीती थीं. पिछले कुछ चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी और इस बार उसे 50 सीटें भी नहीं मिलीं.’ भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ‘यह उनकी हताशा है जो उन्हें बेबुनियाद आरोप लगाने को मजबूर कर रही है.’ उन्होंने कहा कि भाजपा और शिवसेना जल्द सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
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कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने भी किया था दावा
इसके पहले महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने भी गुरुवार को इस बात का दावा किया था कि भारतीय जनता पार्टी ने विपक्षी खेमे के कुछ विधायकों से संपर्क साधा है. उन्होंने कहा कि नयी सरकार को लेकर भाजपा और उसकी सहयोगी शिवसेना के बीच चल रहे गतिरोध के कारण राज्य और उसके किसान परेशानियों का सामना कर रहे हैं. थोराट ने यहां संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा ने जिस तरह 2019 के लोकसभा चुनावों और विधानसभा चुनाव से पहले अन्य दलों के नेताओं को अपने खेमे में लाने के तरीके अपनाये थे, वैसे ही अब अपनाये जा रहे हैं.
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सचिन सावंत ने भी बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था
इसके अलावा महाराष्ट्र कांग्रेस के महासचिव सचिन सावंत ने भी गुरुवार को भाजपा पर आरोप लगाया था कि अगर शिवसेना को डर है कि अमित शाह के नेतृत्व वाली पार्टी उसके विधायकों की खरीद-फरोख्त करेगी तो वह ‘नैतिक रूप से भ्रष्ट’ है. सावंत ने एक ट्वीट किया, ‘शिवसेना, भाजपा की गठबंधन सहयोगी और महायुति का हिस्सा है. अगर उसे डर लगता है कि भाजपा उनके विधायकों को खरीदेगी तो हम बहुत अच्छी तरह समझ सकते हैं कि भाजपा नैतिक रूप से कितनी भ्रष्ट है और क्यों हमें महाराष्ट्र को उनसे बचाना चाहिए. क्या महायुति के पास अब सरकार बनाने का नैतिक अधिकार है?’
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भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि खंडाला, अलीबाग, माथेरान और मड आइलैंड जैसे मुंबई के समीप के स्थानों में रिजार्ट जल्द ही बंद किए जा सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘लेकिन उन्हें दिए पैसों को देखते हुए भाजपा को मालदीव, बहामास, बरमूडा और पटाया पर भी विचार करना चाहिए.’ भाजपा का नाम लिए बगैर राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख जयंत पाटील ने यह भी दावा किया कि कुछ विधायकों को लालच दिया गया है.