बीजेपी के पूर्व सांसद किरीट सोमैया को शिवसैनिकों की ओर से लगातार धमकियां मिल रही हैं. पिछले कुछ दिनों से उन्हें मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. सोमैया को धमकी भरा पोस्ट उसके व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, मैसेंजर और एसएमएस पर भेजा जा रहा है. महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार बनते ही उन्हें धमकियां मिल रही हैं. किरीट सोमैया इससे काफी डर गए हैं. इसको लेकर उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने उचित कार्रवाई की मांग की है.
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में इस साल अक्टूबर तक 59 घुसपैठ और पथराव की कुल घटनाएं 544 हुईं : गृह मंत्रालय
बता दें कि शिवसैनिकों की तरफ से यह पहली बार धमकियां नहीं दी जा रही हैं. 3 साल पहले भी उन्हें धमकियां दी गई थीं. लिखी चिट्ठी में इसको शामिल किया गया है. उन्होंने लिखित में बताया है कि अक्टूबर 2016 में 80 से ज्यादा शिवसैनिकों बस में आए और उस पर हमला बोल दिया. हला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था. शिवसैनिकों ने इस घटना को उनके घर ईस्ट मुंबई पर अंजाम दिया था. जब महिला कार्यकर्ताओं ने उन्हें बचाने आईं तो वो भी गंभीर रूप से घायल हो गईं.
यह भी पढ़ें- PAK मंत्री बोले- पाकिस्तानी फौज में ऐसा गुस्सा कभी नहीं देखा, देश में हालात बिगड़ रहे हैं
इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ता कराया गया था. दो दिनों बाद अस्पताल से छुट्टी मिली थी. उन्होंने कहा कि मैंने कई घोटाला का खुलासा किया. कई भ्रष्ट राजनेताओं की पोल खोल दी थी. ये वो राजनेता थे जो शिवसेना और एनसीपी से संबंध रखते थे. उनमें से कई को जेल भी जाना पड़ा था. उन्होंने कहा कि मैं इसको लेकर चिंतित हूं कि ये लोग मुझपर फिर से जानलेवा हमला करेंगे. उन्होंने राज्यपाल से उचित कार्ऱवाई करने की मांग की है. बता दें कि किरीट सोमैया भारतीय जनता पार्टी के पूर्व सांसद हैं. उन्होंने 16 वीं लोकसभा में मुंबई ईस्ट से लोकसभा का चुनाव जीता था. उन्होंने 13 वीं लोकसभा में भी इसी सीट से चुनाव जीता था. वो पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं.
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया है कि महाराष्ट्र में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार में शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा उन पर शारीरिक हमला किया जाने की आशंका है. सोमैया ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, गृह सचिव संजय कुमार, मुंबई पुलिस आयुक्त संजय बर्वे और विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस को 14 दिसंबर को एक पत्र लिखकर अपने इस भय से अवगत कराया. सोमैया ने बताया कि गौर किया जाए कि मैंने राकांपा और शिवसेना के भ्रष्ट नेताओं के विभिन्न घोटालों का पर्दाफाश किया है. उनमें से कुछ जेल में है और मुझे इन लोगों से डर है कि ये मुझ पर शारीरिक हमला करवा सकते हैं.
बता दें कि सोमैया को शिवसेना कार्यकर्ताओं की नाराजगी का तब सामना करना पड़ा था जब 2017 के नगर निकाय चुनावों में उन्होंने बांद्रा के माफिया के बारे में बात की थी. इस टिप्पणी को शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से जोड़कर देखा गया था जो उपनगर बांद्रा में रहते हैं. ठाकरे राज्य में राकांपा और कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद पिछले महीने मुख्यमंत्री बने.
Source : News Nation Bureau