मुंबई में बीएमसी चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. बीएमसी की सत्ता पर 2 दशकों से ज्यादा वक्त से राज कर रही शिवसेना के खिलाफ बीजेपी के सभी नेता आक्रामक दिखाई दे रहे हैं. भ्रष्टाचार में लिप्त देश की सबसे अमीर महानगर पालिका बीएमसी (BMC) के खिलाफ एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं. बीजेपी नेता और विधायक नितेश राणे ने बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर बीएमसी के भ्रष्टाचार से जुड़े एक नए मामले को उजागर किया है.
आदित्य ठाकरे पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी नेता और विधायक नितेश राणे ने इस पत्र के माध्यम से नितेश राणे ने शिवसेना नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे पर निशाना साधते हुए घाटकोपर के किरोल गांव में एक बिल्डिंग को दिए गए आंशिक व्यावसायिक प्रमाण पत्र पर सवाल उठाया है. बीजेपी नेता ने बीएमसी पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों का जिम्मेदार आदित्य ठाकरे को ठहराया है.
फटकार के बाद भी बीएमसी ने नहीं की कोई कार्रवाई
राणे ने बीएमसी आयुक्त से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने की मांग की है. राणे ने महानगर पालिका के आयुक्त इकबाल सिंह चहल को लिखे अपने पत्र में कहा कि हाल ही में बॉम्बे हाईकोर्ट ने भी इस मामले को लेकर बीएमसी को जबरदस्त फटकार लगायी थी, लेकिन इसके बावजूद बीएमसी ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है.
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बॉम्बे हाईकोर्ट ने लगाई थी फटकार
ये पूरा मामला मुम्बई के घाटकोपर पश्चिम का है. जहां के किरोल गांव में बने एक पुनर्विकसित बिल्डिंग को पानी की लाइन न होते हुए भी आंशिक व्यावसायिक प्रमाण पत्र दे दिया गया. बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में बीएमसी के भ्रष्ट अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी. राणे ने अपने पत्र में बीएमसी आयुक्त को लिखा है कि नागरिक निकाय के प्रमुख होने की हैसियत से इस मामले में कार्रवाई करना उनकी जिम्मेदारी है.
HIGHLIGHTS
- बीएमसी कमिश्नर से आदित्य ठाकरे की शिकायत
- बॉम्बे हाईकोर्ट की फटकार के बाद भी कार्रवाई नहीं
- बीएमसी को कार्रवाई करने से रोकने का लगाया आरोप