मुंबई महानगरप पालिका (BMC) पर पिछले 25 सालों में 3 लाख करोड़ के घोटाले का आरोप लगा है. बीजेपी नेता और विधायक अमित साटम (amit satam) ने बुधवार के दिन विधानमंडल में बीएमसी के भ्रष्टाचार को लेकर जमकर निशाना साधा है. राज्य में चल रहे मानसून सत्र के दौरान सत्ता में बैठी पार्टी और विपक्ष के बीच वॉर-पलटवार जारी है. इसी दौरान बीजेपी विधायक अमित साटम ने बीएमसी की सत्ता पर 2 दशक से काबिज शिवसेना पर भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगाते हुए तत्काल जांच की मांग की है.
साटम ने विधानमंडल में कहा कि बीएमसी (BMC) में सालों से चल रहा घोटाला कोयला और 2 जी घोटाले से भी बड़ा है. बीजेपी विधायक ने आरोप लगाया की बीएमसी में किसी भी चीज़ का नाम लीजिये और वहां आपको भ्रष्टाचार मिल जाएगा. उदाहरण के तौर पर सड़कें, स्कूल, गार्डन, कबाड़, चिड़ियाघर, या फिर चिड़ियाघर में पेंगुइन. इतना ही नहीं अमित साटम ने कोविड महामारी के दौरान भी बीएमसी पर 3000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे लेन दें में बीएमसी के भ्रष्ट अधिकारीयों के अलावा खुद बीएमसी कमिश्नर भी लिप्त हैं. साथ ही साटम ने मुंबई में लगे सीसीटीवी कैमरा को लेकर भी सरकार को घेरा और कैमरे की खरीदारी से लेकर इसके इंस्टालेशन तक एक बड़ा घोटाला होने का आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ें : पैगंबर की टिप्पणी को लेकर BJP सख्त, तेलंगाना विधायक टी. राजा सिंह को किया निलंबित
बीजेपी नेता और विधायक अमित साटम ने मलाड स्तिथ एरंगल बीच पर बने अवैध स्टूडियो को लेकर भी पिछली सरकार पर निशाना साधा. अमित साटम ने महाविकास अघाड़ी (MVA) की पिछली सरकार की ओर इशारा करते हुए पूछा कि इस स्टूडियो को अनुमति किसने दी, इसकी भी जांच होनी चाहिए. साटम ने आरोप लगाया है कि शूटिंग के लिए दिया जाने वाला ये स्टूडियो कोस्टल रेगुलेशन जोन में आता है और इस मामले में CRZ 1 और CRZ 2 का उलंघन किया गया है. जबकि महाराष्ट्र कोस्टल जोन मैनेजमेंट अथॉरिटी (MCZMA) ने दावा किया है की इस स्टूडियो को 2019 के नियमों के तहत बीएमसी ने अनुमति दी है. हालांकि साटम ने इसे क़ानूनी रूप से किया गया अवैध काम का एक उत्कृष्ट उदहारण बताते हुए इस स्टूडियो को तोड़ने की मांग की है और बीएमसी के 25 साल के भ्रष्टाचार को लेकर एक रिटायर्ड हाई कोर्ट जज की अगवाई में जांच करवाने की मांग की है.