बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव परिणाम आने के बाद शिव सेना और बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के बीच चली लंबी खींचतान के बाद बीजेपी ने खुद को मेयर पद की लड़ाई से अगल कर लिया है।
इतना ही नहीं बीजेपी डिप्टी मेयर के लिए भी अपने उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतारेगी। ऐसे में शिवसेना के लिए मेयर और डिप्टी मेयर के पद पर जीतने का रास्ता साफ हो गया है।
आठ मार्च को महानगरपालिका की पहली बैठक में मुंबई के नये मेयर का चुनाव होगा। मेयर औऱ डिप्टी मेयर के नामांकन की आखिरी तारीख चार मार्च है। मेयर चुनाव के नामांकन से पहले बीजेपी ने साफ कर दिया है वह मेयर चुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं खड़े करेगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा, 'बीजेपी मेयर पद के लिए अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी। बीजेपी शिवसेना का समर्थन करेगी लेकिन पारदर्शिता के मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी।'
बीएमसी चुनाव में बीजेपी को शानदार प्रदर्शन के बावजूद बहुमत नहीं मिला था। बीएमसी चुनाव में बीजेपी को 227 सीटों में से 82 सीटें मिली थी जबकि शिवसेना को 84 सीटें मिली थीं।
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बीएमसी की 227 सदस्यीय परिषद के चुनाव में 84 सीटों के साथ शिवसेना सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी तो वहीं भाजपा 82 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही।
कांग्रेस को 31, राकांपा को नौ और राज ठाकरे की मनसे को सात सीटें मिली। शिवसेना ने कुछ निर्दलीय पाषर्दों के समर्थन का दावा किया है।
बीएमसी चुनाव के नतीजों के बाद शिव सेना ने साफ कर दिया था महाराष्ट्र का मेयर ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री भी शिव सेना का ही होगा। इस बीच शिव सेना को कांग्रेस का समर्थन दिए जाने की भी खबरें आई थी जिसे लेकर कांग्रेस में फूट पड़ गई थी।
हालांकि बीजेपी के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने साफ कहा था कि मुंबई मेयर पद के चुनाव के लिए बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।
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HIGHLIGHTS
- बीएमसी मेयर पद के लिए शिवसेना का रास्ता साफ, बीजेपी नहीं उतारेगी प्रत्याशी
- बीएमसी में बीजेपी को 82 जबकि शिवसेना को 84 सीटों पर जीत मिली हुई है
Source : News Nation Bureau