महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है. पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में कोरोना के 7 हजार से ज्यादा केस सामने आए हैं. हालांकि यह कोरोना मामलों में अब गिरावट देखने को मिल रही है. कोरोना को मात दी जा सके इसके लिए उद्धव सरकार लगातार कोशिश कर रही है. इसी कड़ी में उसने लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य कर रखा है. अगर कोई मास्क बिना पहने पकड़ा गया तो जुर्माना वसूला जा रहा है.
लोगों की लापरवाही से अब बीएमसी का खजाना भी भरने लगा है. अब तक मास्क नहीं पहनने पर 40 हजार लोगों का जुर्माना कटा है. बीएमसी के खाते में बिना मास्क के लोगों से वसूले गए जुर्माने की रकम एक करोड़ से ज्यादा हो गई है.
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मुंबई में बिना मास्क के पकड़े जाने पर बीएमसी 200 रुपए का जुर्माना लेती है. त्योहारों का सीजन देखते हुए अब इसपर और कड़ाई से नजर रखगी जाएगी. उद्धव सरकार जुर्माने की रकम दोगुनी करने जा रही है.
वहीं कोरोना संकट के दौर में मेडिकल और प्लास्टिक कचरा भी समस्या बहन गया है. भारत में 4 महीनों में 18 हजार टन से भी ज्यादा बायोमेडिकल कूड़ा तैयार हो गया है, जो कोरोना से निपटने के तौर तरीकों के चलते निकला.
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इन कचरों में पीपीई किट, दस्ताने, मास्क समेत अस्पताल के उपकरण भी शामिल है. सबसे ज्यादा साढ़े तीन हजार टन प्लास्टिक कूड़ा महाराष्ट्र से निकला है.
Source : News Nation Bureau