महाराष्ट्र में एक बार फिर से मराठा आरक्षण की मांग को लेकर प्रदर्शन जारी है. वहीं, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद मामला और उग्र हो गया है. इधर मामले की गंभीरता को देखते हुए शिंदे सरकार ने कैबिनेट बैठक बुलाई है. कैबिनेट मीटिंग में आंदोलन के हर पहलुओं पर विस्तार से चर्चा होने की संभावना है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक के बाद सरकार कुछ ऐलान कर सकती है. राज्य में कई जगहों पर मराठा समुदाय के लोग आरक्षण की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल कर रहे हैं. वहीं, पिछले सप्ताह जालना जिले के अंबाड तहसील में धुले-सोलापुर रोड पर अंतरवाली सराथी गांव में हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे थे. हिंसक प्रदर्शन में 40 पुलिसकर्मी और अधिकारी घायल हो गए थे, जबकि 15 से अधिक राज्य परिवहन बसों में आग लगा दी गई थी.
गौरतलब है, मराठा नेता मनोज जारांगे के नेतृत्व में आंदोलनकारी आरक्षण की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे हुए थे. राजनीतिक रूप से प्रभावशाली मराठा समुदाय के लिए राज्य सरकार की ओर से दिए गए आरक्षण को सुप्रीम कोर्ट पहले ही रद्द कर चुका है.
शिवसेना (यूटीबी) के सांसद संजय राउत ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा है. राउत ने पूछा कि जालना जिले में मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करने का आदेश किसने दिया था.
Source : News Nation Bureau