महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को लेकर महाविकास आघाड़ी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा शुरू हो चुकी है. मुंबई में मंगलवार को महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों के वरिष्ठ स्थानीय नेताओं के बीच यह बैठक हुई. गठबंधन किसको कितनी सीटें देने वाला है इस पर चर्चा हुई. कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, वह सबसे अधिक सीट 120 से 130 पर चुनाव लड़ सकती है. इसके बाद उद्धव ठाकरे की शिवसेना 90 से 100 सीटों पर, शरद पवार की एनसीपी 75 से 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की उम्मीद है.
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सीट शेयरिंग पर आज से मंथन
मुंबई में गुरुवार को कांग्रेस की प्रदेश इकाई की दो दिन की बैठक होने वाली है. इसमें प्रभारी रमेश चेन्निथला और प्रदेश नेतृत्व महाविकास आघाड़ी के प्रस्ताव पर मंथन होगा. पिछले चुनाव में महाराष्ट्र में 147 सीटों पर पार्टी ने चुनाव लड़ा था. मगर इस बार कांग्रेस एनसीपी के अलावा उद्धव ठाकरे की शिवसेना भी गठबंधन का हिस्सा है. ऐसे में कांग्रेस की सीटें कम होने की उम्मीद है. हालांकि, लोकसभा में प्रदर्शन के आधार पर पार्टी ने सहयोगी दलों पर अपनी शर्ते रखी हैं. पार्टी ने ये साफ कर दिया कि सबसे बड़े दल के रूप में कांग्रेस ही अपने उम्मीदवार उतारेगी.
महाराष्ट्र में INDIA के हौसले बुलंद
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में एनडीए को काफी नुकसान हुआ था. वहीं इंडिया के घटक दलों ने इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र की 48 सीटों में एनडीए को मात्र 17 सीटों पर ही विजय मिली थी. वहीं कांग्रेस के अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन के घटक दलों ने 30 सीटें जीतीं. एनडीए में भाजपा को 9, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 7 सीटें मिली. वहीं अजीत पवार की एनसीपी को मात्र एक सीट मिली थी.
वहीं इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस को सबसे अधिक सीटें मिलीं. शरद पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने भी अच्छा प्रदर्शन किया. शरद पवार की एनसीपी को 7 और शिवसेना (यूबीटी) को 9 सीटें प्राप्त हुईं. वहीं कांग्रेस 13 सीटें जीतने में सफल रही. एक सीट निर्दलीय के खाते में पहुंची.
CM के चेहरे पर सहमति नहीं
दरअसल, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) शरद पवार की एनसीपी की जोड़ी महाराष्ट्र में काफी सफल रही है. विधानसभा चुनाव अक्तूबर में होने वाले हैं. दोनों पार्टियां एक साथ मिलकर लड़ने वाली हैं. सीट शेयरिंग को लेकर करीब-करीब बात पक्की हो चुकी है, मगर सीएम पद के चेहरे पर अभी सहमती नहीं बन सकी है.
Source : News Nation Bureau