भारतीय जनता पार्टी के सांसद नारायण राणे और उनके बेटे व विधायक नीतीश राणे ने मुंबई में गुरुवार को एसयूवी मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे की मांग की. दोनों राणे ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि निलंबित चल रहे अधिकारी की क्राइम ब्रांच में फिर से पद बहाली की गई और हमेशा बचाने की कोशिश की गई और कार्रवाई करने में देरी की गई. विपक्ष के दबाव के बाद ही वाजे के खिलाफ कार्रवाई की गई और बाद में पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का बुधवार को तबादला कर दिया गया और उनकी जगह हेमंत नागराले को नया शहर पुलिस प्रमुख बनाया गया.
राणे ने कहा कि मुझे लगता है कि पुलिस बल में उसके पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए दोबारा उसकी बहाली करना और हालिया मनसुख हिरेन और अन्य लोगों की मौत के मामले में सीएम को दोषी ठहराया जाना चाहिए, इसलिए उन्हें नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए.
नीतीश राणे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को खुलासा किया कि ठाकरे कथित रूप से वाजे के पुनर्वास को लेकर उनसे बात कर रहे थे. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि कौन पुलिस अधिकारी के पीछे है. राणे ने आगे कहा कि यह अब स्पष्ट है कि वाजे का राजनीतिक बॉस कौन है. किसने बीते भाजपा नीत सरकार में उन्हें बहाल करने के लिए कहा था. किसने मौजूदा विधानसभा में कहा था कि वह ओसामा बिन लादेन नहीं है। वह उद्धव ठाकरे हैं.
मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह हटाए गए, हेमंत नागरले को मिली कमान
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले के बाद सवालों के घेरे में आए मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह का तबादला कर दिया गया है. उनकी जगह हेमंत नागरले नए मुबंई पुलिस कमिश्नर बने हैं. बता दें कि साल 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी परमवीर सिंह एक तेजतर्रार अधिकारी माने जाते हैं. दरअसल, रहस्यमयी एसयूवी मामले के एक बड़े नतीजे में, महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को मुंबई के पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह का तबादला कर दिया और उनकी जगह वर्तमान पुलिस महानिदेशक हेमंत नागराले को मुंबई पुलिस आयुक्त बनाया है. गृह मंत्री अनिल देशमुख ने यह घोषणा की.
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रजनीश शेठ को डीजीपी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि सिंह को होमगार्ड के प्रमुख के रूप में तैनात किया जाएगा. दरअसल, उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एक एसयूवी पाए जाने के बाद पिछले दो सप्ताह में शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस के सत्तारूढ़ महाविकास अघाड़ी सहयोगियों के बीच बड़े पैमाने पर रस्साकशी के बाद घटनाक्रम सामने आया.
Source : IANS