कोरोना वायरस (CoronaVirus) ने पूरी दुनिया में तबाही मचा कर रख दी. भारत भी इससे अछूता नहीं रहा. लेकिन कोरोना वायरस के संकट के बीच महाराष्ट्र में सियासी घमासान देखने को मिल रही है. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और सीएम उद्धव ठाकरे के बीच तनाव का माहौल फिर से देखने को मिल रहा है.
दरअसल, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उद्धव सरकार को चिट्ठी लिखी है, जिसमें अभी तक मंदिर और अन्य पूजा स्थल ना खोलने का मुद्दा उठाया है. जिसका जवाब उद्धव ठाकरे ने दिया है. सीएम ठाकरे ने कहा कि जैसा कि अचानक से लॉकडाउन को लागू करना सही नहीं था, एक बार फिर से इसे पूरी तरह से रद्द करना भी अच्छी बात नहीं होगी.
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ठाकरे ने अपने हिंदुत्व पर सवाल उठने को लेकर कहा कि और हां, मैं कोई ऐसा व्यक्ति हूं जो हिंदुत्व का अनुसरण करता है, मेरे हिंदुत्व को आपसे सत्यापन की आवश्यकता नहीं है.
वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने भी राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार संविधान में उल्लिखित धर्मनिरपेक्षता शब्द के वास्तविक अर्थ को ध्यान में रखते हुए गंभीर कोरोना की स्थिति के मद्देनजर फैसला ले रहे हैं. इसलिए राज्यपाल का पत्र साबित करता है कि वह भारत के संविधान का पालन करने के लिए तैयार नहीं हैं.
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राज्यपाल ने क्या कहा था
बता दें कि राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि आपने 1 जून को ‘मिशन बिगेन अगेन’ की शुरुआत की थी. लेकिन अब उसे 4 महीने हो गए हैं और अभी तक धार्मिक स्थल नहीं खुले हैं. देश की राजधानी दिल्ली में भी धार्मिक स्थल खुले हैं, जबकि वहां पर कोरोना के मामले अब बढ़ते दिख रहे हैं.
Source : News Nation Bureau