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चक्रवात ‘निसर्ग’ विदर्भ में दबाव के क्षेत्र में बदला, होगा और कमजोर

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. चक्रवात निसर्ग ने बुधवार को यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर अलीबाग के समीप दस्तक दी लेकिन पहले से ही कोविड-19 से जूझ रहे देश के आर्थिक केंद्र पर इसका कोई असर नहीं पड़ा.

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yogesh bhadauriya
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प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News state)

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चक्रवात ‘निसर्ग’ मुंबई के करीब अलीबाग तक पहुंचा लेकिन इसने महानगर को प्रभावित नहीं किया और अब यह महाराष्ट्र में पश्चिमी विदर्भ में दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो गया है और फिर कमजोर पड़ जायेगा. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. चक्रवात निसर्ग ने बुधवार को यहां से करीब 110 किलोमीटर दूर अलीबाग के समीप दस्तक दी लेकिन पहले से ही कोविड-19 से जूझ रहे देश के आर्थिक केंद्र पर इसका कोई असर नहीं पड़ा.

विभाग ने ट्वीट किया, ‘‘गहरे दबाव का क्षेत्र पूर्व-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ते हुए चार जून को भारतीय समयानुसार साढ़े पांच बजे पश्चिमी विदर्भ (महाराष्ट्र) में दबाव के क्षेत्र में बदल गया और आज शाम तक यह कम दबाव के क्षेत्र के रूप में कमजोर पड़ जाएगा.’’

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महाराष्ट्र के तटीय जिलों में बुधवार दोपहर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पहुंचने के बाद यह चक्रवात शाम में कमजोर पड़ गया. पड़ोसी तटीय जिलों रायगढ़ और पालघर में इस तूफान का असर पड़ा. वहां तेज हवाएं चली, भारी बारिश और समुद्र में ऊंची लहरें उठी. तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में छह से आठ फुट ऊंची लहरें उठीं. कुछ स्थानों पर आवासीय अपार्टमेंट की छतों पर लगी टिन की छतें उखड़ गई और कई पेड़ तथा बिजली के खंभे भी उखड़ गए. अधिकारियों ने बताया कि रायगढ़ जिले में चक्रवात से बचने के लिए घर जा रहे 58 वर्षीय व्यक्ति पर बिजली का ट्रांसफॉर्मर गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई जबकि पुणे जिले में अलग-अलग घटनाओं में मकान ढहने से 65 वर्षीय महिला और 52 वर्षीय शख्स की मौत हो गई.

Source : Bhasha

imd Nisarga Cyclone
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