महाराष्ट्र में जीका वायरस तेजी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. प्रदेश के कई शहरों से अब तक जीका वायरस से ग्रसित 12 मरीज सामने आ चुके हैं. सोमवार को पुणे से 3 नए मरीज जीका वायरस से ग्रसित पाए गए. जीका वायरस पहली बार 1947 में युगांडा में पाया गया था. 1947 में इस वायरस का पहला केस सामने आया. युगांडा के बंदरों में जीका वायरस के संक्रमण मिले थे. वहीं, 1952 में इंसानों में पहला जीका वायरस का केस पाया गया था. वहीं, पिछले कुछ सालों में भारत समेत कई देशों में जीका वायरस से संक्रमित लोग मिले हैं. जीका वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. इसे लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी भी जारी की है और गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने को कहा गया है.
पुणे शहर में जीका वायरस से ग्रसित 3 नए मरीज
वहीं, अब प्रदेश के पुणे शहर से जीका वायरस के तीन नए मामले सामने आए हैं. अब तक महाराष्ट्र से कुल जीका वायरस से संक्रमित 12 लोग सामने आ चुके हैं. इसकी जानकारी खुद पुणे म्युनिसिपल कॉरपोरेशन की स्वास्थ्य अधिकारी कल्पना बलवंत ने दी है. जीका वायरस पर लगातार निगरानी बनाए रखने की जरूरत है. प्रदेश के पुणे शहर से अब तक सबसे ज्यादा जीका वायरस के मामले सामने आए हैं.
जानें कैसा फैलता है जीका वायरस
आपको बता दें कि जीका वायरस एडीज मच्छर के काटने से फैलता है. यह वायरस ब्लड इंफेक्शन, यौन संपर्क या प्रसव के दौरान संक्रमित मां से बच्चे में प्लेसेंटा के जरिए तेजी से फैलता है.
यह भी पढ़ें- एक बार फिर चर्चा में 'टू चाइल्ड पॉलिसी', दो से ज्यादा बच्चे पर नहीं मिली सरकारी नौकरी
जीका वायरस के लक्षण
जीका वायरस से संक्रमित लोगों में आमतौर पर जो समस्याएं देखी गई है, उसमें सिरदर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, बुखार, दाने शामिल है. यह वायरस संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है और इसके लक्षण एक हफ्ते के बाद दिखाई देते हैं. महाराष्ट्र समेत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, यूपी, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु व अन्य राज्यों में जीका वायरस के केस सामने आ चुके हैं.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र में बढ़ता जा रहा है जीका वायरस का खतरा
- पुणे शहर में जीका वायरस से ग्रसित 3 नए मरीज
- जानें जीका वायरस के लक्षण
Source : News Nation Bureau