लोकसभा की अनुशासन समिति ने महाराष्ट्र के डीजीपी, मुंबई पुलिस कमिश्नर और महिला जेल की अधीक्षक को 15 जून को लोकसभा विशेषाधिकार समिति के सामने पेश होने का नोटिस दिया है. समिति ने यह नोटिस अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा की शिकायत पर दिया है. सांसद नवनीत राणा ने लोकसभा विशेषाधिकार समिति के समक्ष अपने उत्पीड़न का आरोप लगाया था. दरअसल, महाराष्ट्र मे राणा दंपती को 23 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का जाप करने की धमकी देने के बाद गिरफ्तार किया था. जिसके बाद पुलिस द्वारा इन दोनों के ऊपर राजद्रोह समेत कई धाराएं लगाई गई थीं. अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा 23 मई को लोकसभा की संसदीय विशेषाधिकार समिति के समक्ष पेश हुईं. और खार पुलिस स्टेशन, मुंबई में उनके साथ हुई अवैध गिरफ्तारी और अमानवीय व्यवहार के आरोपों के संबंध में बताया.
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नवनीत राणा ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष सांसदों का संरक्षक होते हैं. मैंने उनसे अपील की है कि हमारे मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाए और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. मैंने उन्हें अपनी गिरफ्तारी की पूरी घटना के बारे में बताया. नवनीत राणा ने 23 मई को लोक सभा की विशेषाधिकार समिति एक लिखित बयान दिया था.
बता दें राणा दंपति को 5 मई को विशेष न्यायाधीश आरएन रोकाडे ने कुछ शर्तों के साथ जमानत दी थी, जिसमें सार्वजनिक और प्रेस में इस मामले के बारे में बोलने से परहेज करना शामिल था. इससे पहले लोकसभा सचिवालय ने गृह मंत्रालय के जरिए नवनीत राणा की गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी थी.