महाराष्ट्र के यवतमाल जिले की आर्णी तहसील के उमरी कपेश्वर में शनिवार शाम को खेत से घर आते समय वक्त एक किसान अपनी बैलगाड़ी और बैलों के साथ बाढ़ के पानी में से बह गया. गनीमत रही कि किसान किनारे पहुंच गया. वहीं बैल भी तैर कर किनारे पहुंच गए. किसान अपनी बैलगाड़ी के साथ पानी से बाहर आने के लिए संघर्ष कर रहा था कि तभी पानी का स्तर बढ़ गया है और बैलगाड़ी पानी में डूबने लगी.
वहीं बैल भी पानी में डूब रहे थे. मगर किसान तब भी अपने बैलों को हाकता रहा ताकि किसी तरह से पानी से बाहर निकल सके.
किसान का नाम दत्तात्रेय समगीर है. शनिवार को दोपहर से आर्णी तहसील में कई जगहों पर भारी बारिश हुई. इस दिन शाम करीब 6 बजे खेत मजदूर दत्तात्रेय पांडुरंग समगीर खेत से घर से जाने की तैयारी कर रहा था.
मगर खेल में आई बाढ़ में बैलगाड़ी बह गई. सौभाग्य से खेतिहर मजदूर बाढ़ के पानी में डूबने से बच गया. बैलों की जोड़ी पानी में डूबने से बच गई.