भाजपा के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरिभाऊ बागाडे ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से मुलाकात की थी और उन्हें केंद्र द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के बारे में अवगत कराया. हजारे ने 14 दिसंबर को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि एम एस स्वामीनाथन समिति कि अनुशंसाओं को लागू करने और कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) को स्वायत्तता प्रदान करने संबंधी उनकी मांगों को स्वीकार नहीं किया गया तो वह भूख हड़ताल करेंगे.
बागाडे ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि मैंने सोमवार को अन्ना हजारे से मुलाकात की थी और उनसे लगभग एक घंटे तक बातचीत की. मैंने उन्हें कृषि कानूनों के मराठी में अनुवाद वाली एक पुस्तक भी दी. मैंने उन्हें बताया कि ये कानून और इसके साथ ही अनुबंध पर खेती किसानों के फायदे के लिए हैं.
यहां के करीब 115 किलोमीटर दूर अहमदनगर जिले के अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि में हजारे ने संवाददाताओं से कहा कि वह इस मुद्दे पर केंद्र के रुख से संतुष्ट नहीं हैं और किसानों को उनकी चिंताओं के निराकरण के लिए आंदोलन करने को प्रेरित किया.
Source : Bhasha