नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन 61वें दिन में प्रवेश कर गया है. दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस बीच गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड की तैयारी जोरों पर हैं. पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से किसानों का ट्रैक्टर के साथ दिल्ली आने का प्रयास जारी है. इस बीच एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और अन्य जगहों से किसान जो दिल्ली में आंदोलन कर रहे हैं उन्हें मेरा सहयोग रहेगा. जिनकी हांथों में सत्ता है उन्हें इन किसानों की चिंता नहीं है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या इसकी जांच की है? केंद्र की सरकार सिर्फ नौटंकी देख रही है. क्या पंजाब पाकिस्तान है? उसपर निर्णय अबतक क्यूं नहीं.
उन्होंने आगे कहा कि मैंने सभी दिग्गज किसान नेताओं को बुलाकर बैठक की थी, हमने काफ़ी मेहनत की थी. मुझे याद है कि गुलाम नबी आजाद भी उस वक्त मौजूद थे. सरकार ने तीनों कानून पर तुरंत निर्णय दे दिया. यह निर्णय बिना चर्चा सत्र के मंजूर कर दिया. दरअसल, सिलेक्ट कमेटी को और यह कानून भेजना चाहिए, वहां सभी पार्टी के लोग मौजूद होते है.
पवार ने आगे कहा कि हम इस कानून और सरकार को खत्म किए बिना नहीं रहेंगे. हम बैठकर बात करने के लिए तैयार हैं, लेकिन आप बस किसानों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. जो किसानों को खत्म करने की कोशिश करेगा हम उन्हें खत्म कर देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी गोवा गए हैं, उन्हें हम क्या ज्ञापन देंगे. उनके पास किसानों के साथ बात करने के लिए समय तक नहीं हैं.
Source : News Nation Bureau