महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) का एक कार्टून शेयर करने पर कथित शिवसेना के कार्यकर्ताओं द्वारा मुंबई में पूर्व नौसेना के अधिकारी के साथ मारपीट के मामले ने तूल पकड़ लिया है. फिल्म मेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने इस मसले पर उद्धव सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) हमारे जैसे कल्चरल वॉरियर्स को चुप कराने की कोशिश कर रही है. लेकिन हमें चुप नहीं करा सकते.
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फिल्म मेकर विवेक रंजन अग्निहोत्री ने ट्वीट कर कहा, 'यह वही है जो सरकार ने मेरे साथ किया था. अप्रैल के महीने में जब मुंबई में कर्फ्यू चल रहा था, किसी को भी उनके घर के बाहर जाने की अनुमति नहीं थी, यहां तक कि सब्जियां भी उपलब्ध नहीं थीं. इस सरकार ने मेरे घर तक पुलिस को भेजा और मुझे सरकार के खिलाफ बोलने पर चुप कराया और आगे न बोलने के लिए धमकाया दिया.'
This is what this govt did to me:
In the month of April when Mumbai was under curfew, no one was allowed to go outside their house, even vegetables were not available, this govt SENT POLICE to my house to IMTIMIDATE and THREATEN me to shut up and not speak against the govt. 1/4 pic.twitter.com/UftI57BQpP
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) September 11, 2020
विवेक रंजन अग्निहोत्री ने आगे लिखा, 'यह कहानी का सिर्फ एक हिस्सा है कि कैसे यह अक्षम सरकार मेरे जैसे CULTURAL WARRIORS को चुप कराने की कोशिश कर रही है. कल्पना कीजिए कि वे 66 साल के बुजुर्ग मदन शर्मा को परेशान करने के लिए क्या कर सकते हैं. यह आंख इस सरकार के अत्याचार का प्रतीक है. आप मुझे कभी चुप नहीं कर सकते. यह निरंतर जारी रहेगा.'
My sin was I wrote against the Palghar lynching of Sadhus and against the Mismanagement of Covid. The government was busy using Bollywood stars as their cheerleaders and it was unacceptable to them that I criticised. The topmost police officers were used to silence me. 2/4 pic.twitter.com/2fi59bBEPi
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) September 11, 2020
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उन्होंने कहा, 'मैंने पालघर मॉब लिंचिंग और कोविड के कुप्रबंध के बारे में लिखा था. सरकार बॉलीवुड सितारों को अपने चीयरलीडर्स के रूप में इस्तेमाल करने में व्यस्त थी और यह उनके लिए अस्वीकार्य था कि मैंने आलोचना की. मुझे चुप कराने के लिए शीर्ष पुलिस अधिकारियों का इस्तेमाल किया गया.' अग्निहोत्री ने लिखा, 'यहां तक कि डिप्टी कमिश्नर पुलिस भी शर्मिंदा थी, क्योंकि उसने अर्बन नक्सलियों के खिलाफ मेरे काम के लिए मेरा सम्मान किया. लेकिन मुझे चुप कराने के लिए उन्हें सरकार ने मजबूर किया. मैं और मेरी पत्नी सड़क पर मेरी इमारत के बाहर 2 घंटे तक खड़े रहे, जबकि कोरोना चरम पर था क्योंकि मेरे खिलाफ सभी गंदी चालें चली जाती थीं.'
This is just the 1st part of the story how this inefficient govt is trying to silence CULTURAL WARRIORS like me. Imagine what they can do to hapless 66 Yr old veteran Madan Sharma. This eye is a symbol of tyranny of this government. YOU CAN NEVR SILENCE ME. To be contd. Jai Hind. pic.twitter.com/wPj5khDSAz
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) September 11, 2020
बता दें कि महाराष्ट्र में शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर बने एक कार्टून को व्हाट्सऐप पर साझा करने पर 62 वर्षीय एक सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी से मारपीट की गई है. शिवसेना कार्यकर्ताओं पर सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी से मारपीट करने का आरोप लगा है. यह घटना सुबह करीब 11.30 बजे उपनगर कांदिवली के लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स इलाके में हुई. पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
Source : News Nation Bureau