केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने फ्यूल प्राइस में बढ़ोतरी पर कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध को लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जिस तरीके की स्थिति है उससे तेल की कीमतें बढ़ी है, लेकिन उस परिस्थिति में हमें तेल की जो मात्रा मिलती थी उसमें भी कटौती हुआ है. वित्त मंत्री ने कहा कि शेयर मार्केट में जो भी गिरावट आई है वो अंत्तराष्ट्रीय स्तर पर जो स्थिति है उसके कारण हो रहा है. रूस और यूक्रेन युद्ध पर केंद्र सरकार बारिकी से नजर बनाए हुए है. हालांकि पीएम ने जनता के ऊपर बोझ न हो इसलिए तेल के दाम कम किए हैं.
निर्मला सीतारमण आज मुंबई में हैं, जहां वह महाराष्ट्र के कई हितधारकों के साथ बजट के बाद के मसलों पर बातचीत करेंगी. वित्त मंत्री का ये दौरा अहम माना जा रहा है क्योंकि इसमें महाराष्ट्र के इंडस्ट्री दिग्गजों के साथ-साथ बड़े टैक्सपेयर्स के साथ भी मुलाकात करेंगी. वित्त मंत्रालय ने एक ट्विटर पोस्ट (एसआईसी) में कहा, "वित्तमंत्री महाराष्ट्र के हितधारकों, उद्योग और व्यापार, बड़े करदाताओं और चुनिंदा पेशेवरों के साथ बजट 2022 के बाद बातचीत करेंगी." पोस्ट में कहा गया है कि बातचीत सोमवार सुबह 10.30 बजे शुरू होगी.
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र का जो जीएसटी देने का मामला है, कितना किस राज्य को देना है, ये जीएसटी काउंसिल तय करती है, महाराष्ट्र के वित्त मंत्री उसके काउंसिल के बड़ी पोजीशन पर है, हम क्यों उनका पैसा रोकेंगे वो अकेले मंत्री के हांथ में नहीं है, वो जीएसटी काउंसिल में फैसला होता है. दरअसल, महाराष्ट्र के वित्त मंत्री महाराष्ट्र को जीएसटी में कम हिस्सा देने का आरोप लगाया था.
वित्त मंत्री ने ईडी की कार्रवाई पर राजनीततिक दलों के आरोप का जवाब देते हुए कहा कि ईडी की कार्रवाई नियम के अनुसार होती है, ईडी पर सरकार का किसी भी तरीके का कोई भी दबाव नहीं है,अगर दबाव है फिर भी ये लोग आपस में मिल रहे है और पब्लिकली बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी भी ये बात कह रही हैं जहां सिस्टम का इस्तेमाल कर बीजेपी कार्यकर्ताओ की हत्या हो रही है.