प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने प्रस्तावित तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया है. पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री और एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने पीएम मोदी (PM Modi) के इस फैसले पर चुटकी लेते हुए इसे किसानों की जीत बताई है. शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि तीनों कृषि विधेयक वापस लेने वाले पीएम मोदी के ऐलान को देर से ही सही लेकिन किसानों के हक में लिया फैसला है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेना का फैसला लिया है.
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NCP के प्रमुख शरद पवार ने कहा कि जैसे-जैसे यूपी, पंजाब के विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और वैसे-वैसे हरियाणा, पंजाब में लोगों ने बीजेपी का बहिष्कार करना शुरू कर दिया. केंद्र ने कृषि कानून को निरस्त करने का फैसला ले लिया है, लेकिन हम यह नहीं भूल सकते कि इस सरकार के कारण किसान 1 साल तक धरने पर बैठने को मजबूर हुए.
उन्होंने कहा कि 10 साल तक केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में मैंने कृषि के मुद्दे पर यह प्रतिबद्धता की थी जो राज्य का विषय है, सभी हितधारकों को विश्वास में लिए बिना कृषि कानूनों से संबंधित कोई भी नया उपाय लाना सही नहीं था. शरद पवार ने कहा कि मैंने खुद भी सभी राज्य के कृषि मंत्रियों से सलाह मांगी थी लेकिन इस सरकार ने बिना चर्चा के तीन कृषि कानूनों को लागू किया.
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आपको बता दें कि NCP सुप्रीमो शरद पवार पिछले 2 दिनों से गढ़चिरौली और चंद्रपुर के दौरे पर है. वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक कर यहां पार्टी को मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं.