एक तरफ बीजेपी नेता अनंत हेगड़े ने देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री के रूप में दोबारा शपथग्रहण को सुनियोजित बताते हुए 40 हजार करोड़ रुपये केंद्र को लौटाने का दावा किया था, वहीं देवेंद्र फडणवीस ने ऐसे किसी नीतिगत निर्णय से खुद को किनारे कर लिया है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा, मेरे द्वारा मुख्यमंत्री के रूप में ऐसा कोई बड़ा नीतिगत निर्णय नहीं लिया गया. ऐसे सभी आरोप निराधार हैं.
यह भी पढ़ें : गंभीर संकट में अर्थव्यवस्था, सरकार बना रही जनता को मूर्ख, पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा का बड़ा बयान
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ऐसा कोई भी नीतिगत निर्णय मेरे मुख्यमंत्री रहते नहीं लिया गया था. ये सारी बातें झूठी हैं. इससे पहले सोमवार को सुबह बीजेपी (BJP) के युवा नेता अनंत हेगड़े (Anant Hegde) ने दावा किया था, महाराष्ट्र में 80 घंटे के लिए जो कुछ भी हुआ, वह एक नाटक था. देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) 80 घंटे के लिए मुख्यमंत्री इसलिए बने, क्योंकि 40 हजार करोड़ रुपये बचाने थे. उद्धव ठाकरे (Udhav Thackerey) के नेतृत्व वाली शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार आ जाती तो इन पैसों का दुरुपयोग होता. उसी को बचाने के लिए देवेंद्र फडणवीस 80 घंटों के लिए मुख्यमंत्री बने.
आप भी देखें देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा:
बीजेपी नेता अनंत हेगड़े बोले, 'हमें भी पता था कि हमारे पास बहुमत नहीं था और फिर भी वह सीएम बने. यह वह सवाल है जो हर कोई पूछता है. हम आपको बता दें कि देवेंद्र फडणवीस ने 40 हजार करोड़ रुपये बचाने के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अगर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस सत्ता में साथ आते तो 40 हजार करोड़ का दुरुपयोग करते.'
यह भी पढ़ें : 'घुसपैठिया हैं पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह', कांग्रेस नेता के विवादित बयान पर घमासान
अनंत हेगड़े (Anant Hegde) के बयान पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे महाराष्ट्र के साथ गद्दारी करार दिया है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो