राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक दुर्रानी अब्दुल्ला खान ने कहा कि इस बात को साबित करने के पर्याप्त सबूत हैं कि साईं बाबा का जन्म परभणी जिले के पथरी में हुआ था और लोगों को डर है कि अगर महाराष्ट्र के इस शहर का विकास होता है तो शिरडी का महत्व कम हो जाएगा जहां साईं बाबा का विशाल मंदिर है. पथरी के श्री साई जन्मस्थान मंदिर में भी दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
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मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कस्बे के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की थी. खान ने कहा कि अहमदनगर जिले के शिरडी में रहने वाले लोगों को डर है कि अगर पथरी का विकास होगा तो शिरडी का महत्व कम हो जाएगा. राकांपा नेता ने कहा कि इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि पथरी ही साईं बाबा का जन्मस्थल है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी पहले इस तथ्य का समर्थन कर चुके हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘शिरडी साईं बाबा की कर्मभूमि है, वहीं पथरी उनकी जन्मभूमि है और दोनों ही स्थानों का अपना महत्व है.’’ खान ने कहा कि देश और दुनिया से बड़ी संख्या में लोग पथरी आते हैं. इस कस्बे में बुनियादी सुविधाओं की कमी है. उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ने पथरी को 100 करोड़ रुपये की सहायता की सहमति जता दी है.
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शिरडी के लोगों को इससे कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन वे नहीं चाहते कि पथरी को साईं बाबा का जन्मस्थान कहा जाए.’’ राकांपा विधायक ने कहा कि शिरडी निवासियों को डर है कि अगर पथरी सुर्खियों में आ जाता है तो उनके यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आ जाएगी.
Source : Bhasha