महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को शपथ लेने के दो दिनों के भीतर ही फ्लोर टेस्ट के लिए सदन में उतरना होगा. इसके लिए महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. महाराष्ट्र विधानसभा का विशेष दो दिवसीय सत्र 2 जुलाई और 3 जुलाई को आयोजित हो रहा है, जिसमें महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष का भी चुनाव होगा. अभी विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली है. इस पद से कांग्रेस के नाना पटोले ने पहले ही इस्तीफा दे दिया था. इसके अलावा इस विशेष सत्र में सबकी नजर एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस पर होगी, जिन्हें अपनी सरकार का बहुमत साबित करना है.
बीजेपी और साथी पार्टियों का दावा है कि उनके पास सदन में करीब 170 का संख्या बल है. जिसकी वजह से नवगठित सरकार को किसी भी तरह की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ेगा. महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए करीब 140 सदस्यों की जरूरत है. जिसे शिवसेना-बीजेपी ही आराम से हासिल कर लेंगे. बता दें कि शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री का पद संभाला. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने गुरुवार शाम 7.30 के आस-पास उन्हें राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई.
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बीजेपी अध्यक्ष की अपील पर मानें देवेंद्र फडणवीस
गौरतलब है कि गुरुवार को बीजेपी की तरफ से खुद देवेंद्र फडणवीस मीडिया के सामने आए थे. उन्होंने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था और इस बात का ऐलान किया था एकनाथ शिंदे ही राज्य के मुख्यमंत्री होंगे और वो खुद सरकार में शामिल नहीं होंगे. देवेंद्र फडणवीस के इस ऐलान के बाद बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने उन्हें सरकार में शामिल होने के लिए मनाया. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उन्हें सरकार में शामिल होने जनता की सेवा के लिए मनाया, जिसे उन्होंने मान लिया और देर शाम सरकार में शामिल हो गए.
HIGHLIGHTS
- एकनाश शिंदे की सरकार का फ्लोर टेस्ट
- विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया
- बीजेपी-शिवसेना और अन्य सहयोगियों के पास पर्याप्त संख्याबल