महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Udhav Thackeray) का एक कार्टून सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड करने को लेकर शिवसेना (Shivsena) कार्यकर्ताओं द्वारा नौसेना के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा (Madan Sharma) का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. मदन शर्मा ने पूर्व नौसेना अधिकारियों के साथ मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. राज्यपाल से मुलाकात के बाद मदन शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह पहले बीजेपी या आरएसएस में नहीं थे लेकिन यह आरोप लगाकर उनकी पिटाई करने के बाद मैं अब बीजेपी और आरएसएस मैं हूं. उन्होंने कहा कि मैं इस बात की घोषणा करता हूं कि हां मैं आप के बाद बीजेपी और आरएसएस में हूं.
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मदन शर्मा दोपहर करीब 12 बजे पूर्व सैनिकों के साथ राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) के आवास पर पहुंचे. दो दिन पहले ही मदन शर्मा से केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने घर जाकर मुलाकात की थी. रामदास अठावले ने पूर्व सैनिक मदन शर्मा को सुरक्षा देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि मदन सरकार पर जिस तरह से हमला हुआ, वह काफी गलत है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा था कि मदन शर्मा जी पर इतना हमला हुआ, हत्या के प्रयास का केस लगना चाहिए था. लेकिन सरकार इनकी है इसलिए पुलिस पर दबाव लाकर मुकदमा लगाया. नौसेना के अधिकारी पर इस तरह हमला करना अच्छी बात नहीं है, उन्हें पुलिस में जाना चाहिए था. लेकिन इस तरह गुंडागर्दी करना शिवसेना की आदत है.' अठावले ने आगे कहा, 'अभी कंगना रनौत को भी ड्रग के केस में फंसाने की कोशिश हो रही है, राज्य सरकार ने जांच करने के आदेश दिए हैं. जिस तरह कंगना रनौत को वाय प्लस सुरक्षा दी गई, उसी तरह की सुरक्षा मदन शर्मा को भी मिलनी चाहिए.
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गौरलतब है कि रविवार को कंगना रनौत ने भी बीएमसी की कार्रवाई को लेकर राज्यपाल से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा था कि राज्यपाल हमारे अभिभावक हैं. जब वह राजभवन से बाहर निकलीं तो उनके हाथ में कमल का फूल था. इसके बाद कयास लगने शुरू हो गए कि कंगरना रनौत बीजेपी का दामन थामने वाली हैं.
Source : News Nation Bureau