कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने शिवसेना से कहा है कि वो सत्ता और बीजेपी का साथ छोड़ दे को उसके साथ गठबधन के बारे में सोचा जा सकता है।
उन्होंने कांग्रेस-शिवसेना के बीच गठबंधन के संकेत दिया। हालांकि अंतिम फैसला उन्होंने आलाकमान पर छोड़ दिया।
उन्होंने कहा, 'शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में है और अगर वो उससे अलग हो जाती है और बीजेपी विरोधी दलों के साथ आना चाहे तो हम विचार कर सकते हैं और एक प्रस्ताव (गठबंधन का) आलाकमान को भेजा जा सकता है।'
चव्हाण महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम में शिरकत करने गए थे जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की।
शिवसेना एनडीए की पुरानी सहयोगी है। उसने हाल ही में घोषणा की थी कि वो महाराष्ट्र के 2019 के विधानसभा और लोकसभा चुनावो में अकेली उतरेगी। शिवसेना फिलहाल केंद्र और राज्य में बीजेपी नीत सरकार का हिस्सा है।
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चव्हाण ने कहा कि सभी संघ की सोच वाले दलों को बीजेपी को हराने के लिये एक साथ आना चाहिये।
उन्होंने कहा, 'आने वाले चुनावों में संघ विरोधी सभी दलों को एक साथ आना चाहिये। इससे बीजेपी को हराने में आसानी होगी।'
उन्होंने कहा, '2014 के चुनावों में बीजेपी सिर्फ 31 फीसदी वोट मिले जबकि धर्मनिरपेक्ष और संघ विरोधी दलों के वोट बंट गए। जिसके कारण बीजेपी की जीत हुई।'
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 2014 में शिवसेना ने बीजेपी के साथ चुनाव लड़ा था लेकिन विधानसभा का चुनाव उसने अलग होकर लड़ा।
उन्होंने कहा, 'कुछ दिनों पहले शिवसेना ने घोषणा की थी वो आने वाले चुनावों में अकेले उतरेगी।'
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, 'लेकिन मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और बीजेपी के दूसरे नेता ऐसा होने नहीं देंगे।'
चव्हाण के बयान पर महाराष्ट्र के कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा कि शिवसेना के साथ विचारधारा को लेकर मतभेदों के कारण गठबंधन नहीं हो सकता है।
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Source : News Nation Bureau