महाराष्ट्र (Maharashtra) पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब सबकी निगाहें प्रोटेम स्पीकर पर टिकीं हुई थी. महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) ने मंगलवार देर शाम बीजेपी विधायक कालिदास कोलम्बकर (Kalidas Kolambkar) को प्रोटेम स्पीकर (Protem Speaker) की शपथ दिला दी है. इससे पहले देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने क्रमश: सीएम और डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है.
प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ लेने के बाद कालिदास कोलांबकर ने कहा कि नई विधानसभा का पहला सत्र शुरू होगा. सबसे पहले सुबह आठ बजे से विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने बहुमत परीक्षण के लिए प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति के आदेश भी दिए थे. बता दें कि विधायकों को शपथ दिलाने के बाद ही फ्लोर टेस्ट की प्रक्रिया शुरू होगी. इस फ्लोर टेस्ट के दौरान सरकार बनाने के लिए बहुमत साबित करना होगा.
Protem Speaker Kalidas Kolambkar: Tomorrow the first session of new assembly begins. From 8.00 am onwards oath will be administered to the MLAs https://t.co/1giq9dzL40
— ANI (@ANI) November 26, 2019
नियम-कायदे कहते हैं कि सदन के सबसे वरिष्ठ विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए. अमूमन प्रोटेम स्पीकर का काम सदस्यों को शपथ दिलाना होता है, जबकि फ्लोर टेस्ट स्पीकर के सामने होता है. मगर कुछ परिस्थितियों में कोर्ट के आदेश पर प्रोटेम स्पीकर के सामने भी फ्लोर टेस्ट होता है. ऐसा पूर्व में भी होता आया है.
बता दें कि महाराष्ट्र में चल रहे सियासी ड्रामे में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तस्वीर पूरी तरह बदल गई है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra fadnavis) ने राज्यपाल से मुलाकात कर सीएम पद से अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इससे पहले मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि डिप्टी सीएम अजीत पवार (Ajit pawar) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इसके बाद उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी.
यह भी पढ़ेंःउद्धव ठाकरे कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की लेंगे शपथ, बालासाहेब थोराट और जयंत पाटिल होंगे डिप्टी CM
प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता ने शिवसेना-बीजेपी को बहुमत दिया था. लेकिन शिवसेना ने नतीजों के बाद अपना मन बदल दिया. शिवसेना से बीजेपी ने ढाई-ढाई साल का वादा नहीं किया था. हमने पहले ही अपना रुख उनके सामने साफ कर दिए थे. अमित शाह ने साफ किया था कि मुख्यमंत्री बीजेपी का ही होगा.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो