मुंबई के आरे के जंगलों के पास बन रहे मेट्रो कार शेड का मुद्दा फिर एक बार तूल पकड़ लिया है. शिंदे सरकार ने मेट्रो कार शेड आरे के जंगलों के बाद बनाने का फैसला किया था. लेकिन उधर सरकार आने के बाद उस फैसले को निरस्त कर मेट्रो कार शेड कांजुरमार्ग में बनाने का फैसला लिया गया. मामला कोर्ट की दहलीज तक पहुंच गया है और फैसला अभी भी बाकी है लेकिन एकनाथ शिंदे की सरकार आने के बाद मेट्रो कार शेड आरे में ही बनाने का फैसला लिया गया.
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की माने तो आरे में बनने वाले कारशेड का 100 करोड़ से ज्यादा का काम पूरा हो चुका है और ऐसे में मेट्रो कार शेड को अब वहां से हटाकर नई जगह ले जाने पर सरकार को करीब 10000 करोड़ का ज्यादा खर्च रहेगा.इसलिए कारशेड आरे में ही बनेगा.
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भारी बारिश के बीच कांग्रेस के नेता भाई जगताप, चरणजीत सिंह सपरा ,संजय निरुपम, असलम शेख , गणेश यादव, जीशान सिद्दीकी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता इस प्रदर्शन में शामिल हुए. संजय निरुपम की माने तो बारिश इसीलिए मुंबई में हो रही है क्योंकि आरे के जंगल बचे हैं, मुंबई करो कि जिंदगी तबाह नहीं होनी चाहिए. वहीं भाई जगताप ने भी सरकार के इस कदम का विरोध किया और कहा कि कांग्रेस मेट्रो कार शेड आरे में नहीं बनने देगी. सरकार बदलते ही मेट्रो कार शेड पर सियासत तेज हो गई और राजनीति में फंसी मेट्रो से मुंबई करो को हर दिन घंटों ट्रैफिक से दो-चार होना पड़ रहा है.