महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने शनिवार को एक बार फिर शिंदे सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि आज हम बात कर रहे हैं कि महाराष्ट्र के वो चार प्रोजेक्ट जो राज्य से बाहर चले गए हैं. पहला प्रोजेक्ट वेदांत फॉक्सकॉन... वेदांत फॉक्सकॉन के साथ हमारी बातचीत जनवरी में हुई थी जो जून तक चल रही थी, जब हमारी सरकार गिराई गई. उसके बाद जो अवैध सरकार आई, उनके सीएम ने हाउस में यह वचन दिया था कि राज्य में वेदांत प्रोजेक्ट आ रहा है. तब इनवेस्टमेंट 1.4 लाख करोड़ रुपये की थी जब सीएम ने 4 लाख करोड़ रुपये कीमत बताई थी. उसके बाद वेदांत हाथ से निकल गया..
उन्होंने कहा कि फिर आया बल्क ड्रग पार्क. महाराष्ट्र में 394 फार्मेसी कॉलेज और वैक्सीन प्रोडक्शन में हाई होते हुए भी महाराष्ट्र छोड़कर अन्य चार राज्यों में यह प्रोजेक्ट दिया गया. अर्थात् महाराष्ट्र को वंचित रखा गया. तीसरा प्रोजेक्ट है मेडिकल डिवाइस पार्क की. हमें यह प्रोजेक्ट औरंगाबाद के संभाजी नगर में बनाना था. वो भी अन्य चार राज्यों को दिया गया और महाराष्ट्र को फिर वंचित रखा गया.
आदित्य ठाकरे ने कहा कि चौथा प्रोजेक्ट है- टाटा एयरबस प्रोजेक्ट... यह बात साफ है और सबके सामने है कि टाटा एयरबस प्रोजेक्ट की बात पिछले साल शुरू थी. सितंबर में बात हुई थी उनकी डिफेंस मिनिस्ट्री के साथ बात चल रही थी. भारत सरकार के साथ उनका टाईअप हुए था. उन्होंने कहा कि नाशिक और पुणे के किसानों से हम मिले. अभी भी किसानों का हाल बेहाल है. हमारी मांग है कि इन जिलों को सूखा घोषित करे. अभी तक कोई भी मंत्री किसानों से नहीं मिला है.
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री का इस्तीफा सीएम और डीसीएम लेंगे क्या? मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का अभिनंदन करता हूं, अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री हमारे महाराष्ट्र में आ रहे हैं और अपने राज्यों में यहां के निवेशकों को निवेश करने का निवेदन कर रहे हैं, लेकिन हमारे राज्य के मुख्यमंत्री अभी भी मंडलों में घूम रहे हैं.
Source : News Nation Bureau