Maharashtra News: महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे को पित्ताशय की समस्या के कारण मुंबई के गिरगांव स्थित रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दो दिनों से उनके स्वास्थ्य की देखरेख हो रही है और रविवार को उनकी पित्ताशय निकालने की सर्जरी की गई. सूत्रों के अनुसार, धनंजय मुंडे की हालत स्थिर है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है.
जयंत पाटिल का विवादास्पद बयान
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल ने हाल ही में धनंजय मुंडे के बारे में एक विवादास्पद बयान दिया था. पाटिल ने कहा, ''15 साल पहले धनंजय मुंडे को एनसीपी में शामिल करना हमारी आत्मघाती योजना थी.'' इस बयान ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है और मुंडे की पार्टी में एंट्री को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई है.
बीजेपी और आरएसएस की रणनीति पर सवाल
धनंजय मुंडे के एनसीपी में शामिल होने के संदर्भ में बीजेपी और आरएसएस की रणनीति पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं. यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या मुंडे को बीजेपी और आरएसएस ने अजित पवार को बीजेपी में लाने के लिए एक माध्यम के रूप में इस्तेमाल किया था? इस पर जयंत पाटिल ने कहा, ''गोपीनाथ मुंडे साहब ने कभी ऐसी राजनीति नहीं की जैसी अब बीजेपी कर रही है. यह हमारी आत्महत्या की योजना थी.'' इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी है.
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स्वास्थ्य और राजनीतिक परिदृश्य
वहीं धनंजय मुंडे के स्वास्थ्य की खबरों के बीच, उनकी राजनीतिक गतिविधियों पर भी ध्यान केंद्रित है. मुंडे की स्थिर हालत ने उनके समर्थकों और पार्टी के नेताओं को राहत दी है, लेकिन उनकी अनुपस्थिति ने चिंताएं भी बढ़ाई हैं. उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए, उनके समर्थक उनकी वापसी का इंतजार कर रहे हैं.
राजनीतिक माहौल में बदलाव
आपको बता दें कि धनंजय मुंडे की सर्जरी और जयंत पाटिल के बयानों ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है. आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि स्थिति किस दिशा में आगे बढ़ती है. मुंडे के स्वास्थ्य और राजनीतिक गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक होगा.