महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस (Shiv Sena-NCP-Congress) के नेता आज संयुक्त रूप से राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी (Governor) से मिलने जा रहे हैं. माना जा रहा है कि वे सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. हालांकि तीनों दलों के नेताओं की ओर से कहा जा रहा है कि वे दावा पेश करने नहीं जा रहे हैं, बल्कि भारी बारिश से किसानों की तबाही को लेकर मदद पर चर्चा करने जा रहे हैं. इस बीच बीजेपी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने एक बयान देकर राज्य की राजनीति में सनसनी मचा दी है. चंद्रकांत पाटिल ने कहा है, बीजेपी के पास 119 विधायकों का समर्थन है और राज्य में बीजेपी ही अगली सरकार बनाएगी.
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बताया जा रहा है कि एनसीपी (NCP) नेता शरद पवार (Sharad Pawar) अंतिम समय में आश्चर्यजनक फैसला लेने के लिए जाने जाते रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के बयान के निहितार्थ हो सकते हैं. अभी तक एनसीपी ने चंद्रकांत पाटिल के बयान पर कुछ भी नहीं कहा है.
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा (Maharashtra Assembly) में सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी के लिए 145 विधायकों का समर्थन जुटाना जरूरी है. त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति और अब राष्ट्रपति शासन (President Rule) लागू हो जाने के बाद राज्यपाल उसी को सरकार बनाने का न्यौता देंगे, जिनके पास 145 विधायकों का लिखित समर्थन की चिट्ठी होगी. फिलवक्त शिवसेना बीजेपी के साथ जाने से रही. ऐसे में विकल्प के रूप में बीजेपी के पास अब केवल एनसीपी ही बची है.
चंद्रकांत पाटिल ने दावा किया है कि चुनाव में बीजेपी को 105 सीटें मिली थीं और कुछ निर्दलीय विधायकों की संख्या को जोड़कर उसकी संख्या 119 तक पहुंच रही है. पाटिल का यह भी कहना है कि हम राज्य में सभी राजनीतिक गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं.
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चंद्रकांत पाटिल ने यह भी कहा कि बीजेपी 1.42 करोड़ वोट लेकर चुनाव में पहले स्थान पर रही. 92 लाख वोटों के साथ एनसीपी दूसरे तो 90 लाख वोटों के साथ शिवसेना तीसरे स्थान पर रही. 1990 के बाद बीजेपी के अलावा किसी भी दल को महाराष्ट्र में 100 से ज्यादा सीटें नहीं मिली हैं. 2014 और 2019 दोनों ही चुनाव में बीजेपी को 100 से अधिक सीटें मिलीं.