मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने कोरोना गाइडलाइन के उल्लंघन मामले में 4 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है. दरअसल, ये चारों व्यक्ति दुबई से लौटे थे और इन्हें कोरोना नियमों और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करते पाया गया था. बीएमसी ने इनकी शिकायत अंधेरी पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाई है. बता दें कि बीएमसी ने पिछले 72 घंटों में 1,305 इमारतों/ मंजिलों को सील कर दिया है, जहां कोरोना के नए मामले पाए गए हैं. इसकी जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी. वायरस के प्रसार को फैलने पर अंकुश लगाने पर अधिकारियों ने कहा कि बीएमसी कमिश्नर आई.एस. इस सप्ताह देश की वाणिज्यिक राजधानी में बढ़ते मामलों के मद्देनजर इमारतों को सील करने का फैसला किया है, जहां कोरोना के नए मामले पाए जा रहे हैं.
Maharashtra: Brihanmumbai Municipal Corporation has filed a complaint at Andheri police station against 4 people, who returned from Dubai, for violating mandatory Covid quarantine guidelines.
— ANI (@ANI) February 21, 2021
अधिकारी ने कहा, "पिछले तीन दिनों में अकेले भवनों / मंजिलों की संख्या 321 से बढ़कर 1,305 हो गई है. सबसे अधिक संख्या मुलुंड (टी-वार्ड) में 233 भवनों/मंजिलों को सील किया गया है , उसके बाद घाटकोपर (एन वार्ड) और गुड़गांव (पी-दक्षिण वार्ड) 125 भवनों / मंजिलों को सील किया गया है. शुक्रवार तक, शहर में टी-वार्ड (मुलुंड) में सर्वाधिक 514, एच-वेस्ट वार्ड (बांद्रा) में 244, पी-साउथ वार्ड (गोरेगांव) में 237, एम में 230 व अन्य वार्ड को मिलाकर यहां कुल 2,749 कोरोना के नए मामले पाए गए हैं.
वहीं बीएमसी ने बांद्रा में भी 145 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है. दरअसल, शनिवार को एक कैफे में करीब 200 लोग पार्टी करते हुए मिले थे. ये सभी लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन नहीं कर रहे थे. वहीं बीएमसी ने कैफे पर भी 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है.
अमरावती के डिविजनल कमिश्नर ने पांच जिलों नें आंशिक लॉकडाउन लगाया है. ये शहर हैं, अमरावती, अकोला, बुलढाणा, वाशिम और यवतमाल. इन सभी जिलों में अगले सात दिनों के लिए आंशिक लॉकडाउन का पालन किया जाएगा.
सीएम उद्धव ठाकरे ने बढ़ते कोरोना मामले को लेकर कहा मास्क न लगाने पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इसके अलावा कल से सभी मोर्चे, धार्मिक कार्यक्रम, राजनीतिक कार्यक्रम और भीड़भाड़ वाले आंदोलन पर पाबंदी रहेगी. सभी कार्यक्रम ऑनलाइन किए जाए. जरूरत पड़ने पर कड़ी कार्रवाई और पाबंदियां लगाए. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अधिकारीयों को आदेश दिया कि 8 दिन तक हम कड़ी निगरानी रखेंगे, जो मास्क नहीं पहनेंगे और नियमों का पालन नहीं किया जायेगा तो लॉकडाउन लगाना पड़ेगा.
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महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न आशंकाओं और अटकलों पर विराम लगाते हुए शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य के अकोला, यवतमाल और अमरावती में कोविड-19 वायरस के किसी भी विदेशी स्ट्रेन पाए जाने का कोई सबूत नहीं है. नए स्ट्रेन की आशंकाओं वाली रिपोर्ट्स को खारिज करते हुए विभाग ने कहा कि ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए स्ट्रेन में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है.
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि सरकार को किसी भी अन्य प्रकार के नए वायरस स्ट्रेन का पता चलने वाली किसी भी प्रकार की संभावना अभी नहीं पाई गई है. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पुणे के बी. जे. मेडिकल कॉलेज में तीन जिलों में से प्रत्येक से चार और पुणे से 12 नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें कोई जेनेटिक म्यूटेशन नहीं पाया गया.
हालांकि आगे की जांच चल रही है. सरकार ने अकोला, अमरावती और यवतमाल से एनआईवी और एनआईसीएस को जेनेटिक परीक्षणों के लिए और नमूने भेजे हैं, जिनकी रिपोर्ट अगले सप्ताह आने की उम्मीद है.सरकार ने यह भी कहा है कि राज्य के कुछ हिस्सों, विशेष रूप से उपर्युक्त जिलों में हालिया समय में संक्रमण में काफी उछाल देखा गया है, मगर विदेशी वायरस का स्ट्रेन नहीं है.
स्वास्थ्य विभाग का स्पष्टीकरण ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में दो प्रमुख विशेषज्ञों ने यह संभावना जताई थी कि राज्य के पूर्वी हिस्से के विदर्भ क्षेत्र में अमरावती, यवतमाल और अकोला में एक नए कोरोनावायरस स्ट्रेन पाया गया है.महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशक डॉ. टी. पी. लहाने ने यह दावा किया था. यह दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र के दिग्गज हैं.
Source : News Nation Bureau