कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र सरकार ने बुधवार को छात्रों के लिए बड़ा फैसला लिया है. एक बैठक में महाराष्ट्र कैबिनेट ने राज्य के निजी स्कूलों के लिए 15 फीसदी फीस में कटौती को अनुमति दे दी है. राज्य सरकार की ओर से कॉलेजों में भी फीस ढांचे का पालन करने के लिए पहले ही एक समिति का गठन किया जा चुका है. स्कूल की फीस में कटौती के लिए राज्य ने अध्यादेश का रास्ता अपनाया है. यह फैसला महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना महामारी को देखते हुए और राजस्थान जैसे राज्यों से प्रेरणा लेते हुए लिया है. फीस में 15 प्रतिशत की कटौती का अध्यादेश जल्द जारी किया जाएगा.
महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि महामारी के मद्देनजर कैबिनेट ने स्कूल फीस में 15% की कटौती करने का फैसला किया है. मेरा विभाग लगातार इसका पालन कर रहा था. मैं अपने कैबिनेट सहयोगियों को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र एक करोड़ से अधिक लोगों को कोविड से बचाव का टीका पूरी तरह लगाने की बड़ी उपलब्धि हासिल करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है. एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी थी. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने एक करोड़ से अधिक आबादी को टीके की दोनों खुराक लगाने के रिकॉर्ड आंकड़े तक पहुंचने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की सराहना की.
टोपे ने कहा कि राज्य में अब तक 3,16,09,227 लोगों को पहली खुराक लगाई जा चुकी है और राज्य ने रविवार तक कुल 4,13,19,105 टीकाकरण (पहली और दूसरी खुराक) में सफलता पा ली है. राज्य के 36 जिलों में लगभग 4,100 केंद्रों पर सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में प्रतिदिन औसतन 100,000 से अधिक लोगों का टीकाकरण हो रहा है.
Source : News Nation Bureau