महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Coronavirus Cases) के मामलों में भारी इजाफा हुआ है. अब तक राज्य में कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या 27 लाख के पार पहुंच गई है. महाराष्ट्र में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 27,45,518 हो गई है. राज्य में पिछले 24 घंटो में 31,643 नए मामले सामने आए है, वहीं 102 लोगों की हुई मौत हो गई है. वहीं एक दिन में 20,854 मरीजों को इलाज के बाद घर भेजा गया है.देश में बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस महामारी के 68,020 मामले दर्ज हुए हैं, जो इस साल का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इसी के साथ देशभर में कुल मामलों की संख्या 1,20,39,644 हो गई है.
सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों से इनका खुलासा हुआ है. लगातार 19 दिन से बढ़ रहे मामलों के बीच सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 5,21,808 तक पहुंच गई है. वहीं रिकवरी रेट घटकर 94.32 प्रतिशत हो गई है. बीते 24 घंटे में दर्ज 68,020 नए मामले अक्टूबर, 2020 के बाद से सबसे अधिक है, जबकि मृतकों की संख्या 291 नई मौतों के साथ 1,61,843 हो गई है.
अब तक वायरस को मात दे चुके मरीजों की संख्या बढ़कर 1,13,55,993 तक पहुंच गई है, जबकि देश में मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत पर बरकरार है. आईसीएमआर के मुताबिक, रविवार को 9,13,319 नमूनों के परीक्षणों के साथ 28 मार्च तक कुल परीक्षणों की संख्या 24,18,64,161 हो गई है. मंत्रालय ने कहा कि देश में सबसे ज्यादा प्रकोप महाराष्ट्र झेल रहा है. वहीं पंजाब, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश आदि में भी दैनिक मामले बढ़ रहे हैं.
बता दें कि 16 जनवरी को सामूहिक टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक 6.05 कोरोना वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं. साथ ही सरकार ने घोषणा कर दी है कि 1 अप्रैल से 45 साल से ज्यादा उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा.
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. सोमवार को दिल्ली में कोरोना के 1904 नए मामले सामने आए हैं. दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली में अब कोरोना संक्रमण पहले के मुकाबले बढ़ने लगा है. बीते 24 घंटे के दौरान दिल्ली में कोरोना वायरस से और 6 लोगों की मौत भी हुई. दिल्ली में अभी तक कुल 6,59,619 लोग कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं. इस बीच वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार ने विशेष प्रावधान किए हैं. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कहा कि वैक्सीनेशन में एक दिक्कत यह आ रही थी कि लोगों को वैक्सीनेशन से पहले अपना पंजीकरण कराना पड़ता था. बहुत सारे लोग अपना पंजीकरण नहीं करा पाते हैं और अगर वे पंजीकरण करा भी लेते हैं, तो उन्हें वैक्सीन लगाने का जो दिन दिया जाता है, उस दिन वो किसी काम में व्यस्त होने की वजह से नहीं पहुंच पाते हैं और उन्हें वैक्सीन नहीं लग पाती है.
Source : News Nation Bureau