महाराष्ट्र में चल रही सियासी उथल-पुथल के बीच पहली बार एक्शन में आयी बीजेपी। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस मंगलवार रात दिल्ली से लौटने के बाद सीधे महाराष्ट्र के राज्यपाल से मिलने राज भवन पहुँचे। इस अवसर पर फडणवीस के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांतदादा पाटिल, वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार, विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दारेकर, गिरीश महाजन और आशीष शेलार मौजूद थे। देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को पत्र देकर ये मांग रखी कि वो महाविकास अघाड़ी सरकार को बहुमत साबित करने का निर्देश दें।
इस पत्र में उठाए गए प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं।
1. बीजेपी-शिवसेना ने मिलकर चुनाव लड़ा था। लेकिन चुनाव के बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई।
2. शिवसेना पिछले 8-9 दिनों से अंदरूनी कलह में उलझी हुई है और वह अब एनसीपी और कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं चाहती है। शिवसेना के 39 विधायक गठबंधन खत्म करने के पक्ष में हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे विधानसभा में बहुमत खो चुके हैं।
3. शिवसेना के इन विधायकों को धमकी दी जा रही है. राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि उनके 40 शव गुवाहाटी से आएंगे। इसके अलावा, शिवसेना के अन्य नेता भी इसी तरह की धमकी भरी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संबंध में सभी साक्ष्य संलग्न हैं।
4. संसदीय लोकतंत्र में सदन में बहुमत सबसे बड़ा मामला है और इसके बिना कोई सरकार नहीं रह सकती, राज्यपाल से मेरा अनुरोध है कि मुख्यमंत्री को तुरंत बहुमत साबित करने के लिए कहें। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के विभिन्न प्रमाण पत्र भी जारी किए गए हैं।
राजनीति के जानकार मानते हैं कि बीजेपी ने अपना कैलकुलेशन पूरा करने के बाद ही राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट की मांग की है। बीते 9 दिनों से सभी घटनाक्रम पर नज़र रखने के बाद आज देवेंद्र फडणवीस फडणवीस सवेरे से ही एक्शन में दिखाई दिए। देवेंद्र फडणवीस सवेरे ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे और दिल्ली में उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर उन्हें परिस्थितियों से रूबरू कराया जिसके बाद मुम्बई पहुँचते ही फडणवीस महाराष्ट्र में बीजेपी की सरकार बनाने की कवायद में लग गए हैं।
Source : Pankaj R Mishra