महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नजदीक आते ही महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में कुछ सीटों पर असहमति और दोस्ताना लड़ाई की अटकलें सामने आ रही हैं. जहां एक ओर गठबंधन की पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे पर मतभेद हैं, वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने इस स्थिति पर विचार करते हुए कहा है कि समाधान जल्द ही खोजा जाएगा.
सीटों पर असहमति
शरद पवार ने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि कुछ 10-12 सीटें ऐसी हैं जहां एमवीए के दलों ने एक से अधिक नामांकन भरे हैं. उन्होंने कहा, "मेरे पास इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं है, क्योंकि मैं इन सभी बातचीत का हिस्सा नहीं हूं. हमारे अन्य नेता इस पर विचार कर रहे हैं, लेकिन अगले दो-तीन दिनों में हम इसका समाधान खोजने के लिए साथ बैठेंगे." यह संकेत देता है कि गठबंधन में एकता बनाए रखने के लिए प्रयास जारी हैं.
समर्थन की उम्मीद
शरद पवार ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी पार्टी और गठबंधन के अन्य सदस्य अपने घोषणापत्र और विचारधारा के साथ लोगों के बीच जाएंगे. "हमें विश्वास है कि महाराष्ट्र के लोग हमें भरपूर समर्थन देंगे," उन्होंने कहा. पवार के अनुसार, चुनाव प्रचार 6 नवंबर से शुरू होगा, जिसमें राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे भी शामिल होंगे.
चुनावी रणनीति और चुनौतियां
महाराष्ट्र में चुनाव 20 नवंबर को एक ही चरण में होंगे और वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी. इस बार का चुनाव न केवल एमवीए के लिए, बल्कि राज्य की राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा. पवार की पार्टी को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे एकजुट रहें, ताकि भाजपा के खिलाफ मजबूती से खड़े हो सकें.
सीपीआई की आलोचना
इस बीच, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव डी राजा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह सीट बंटवारे के मामले में अन्य दलों को विश्वास में नहीं ले रही है. उन्होंने कहा, "भाजपा से सवाल करने के बजाय कांग्रेस को खुद से सवाल करना चाहिए. वह अपनी चुनावी रणनीति कैसे बना रही है?" यह बयान गठबंधन के भीतर चल रही चर्चाओं और मतभेदों को और अधिक उजागर करता है.