Maharashtra Political News: महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है. इस बीच, राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. शुक्रवार को नागपुर में हुई इस बैठक में फडणवीस के अलावा बीजेपी के कई स्थानीय नेता भी शामिल थे. संघ की ओर से सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें करीब तीन घंटे तक विचार-विमर्श चला.
बैठक में आरएसएस और बीजेपी के नेताओं का जमावड़ा
आपको बता दें कि आरएसएस की विदर्भ प्रांत की समन्वय बैठक में संघ के कई महत्वपूर्ण पदाधिकारी और बीजेपी के नेता शामिल हुए. यह बैठक नागपुर में शाम 7:30 बजे शुरू हुई और रात 10:30 बजे के करीब संपन्न हुई. इस बैठक में विदर्भ क्षेत्र के आरएसएस के सभी सहयोगी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. देवेंद्र फडणवीस विशेष रूप से इस बैठक के लिए सतारा से नागपुर पहुंचे थे. बैठक में अन्य मुद्दों के साथ-साथ महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर गहन चर्चा की गई.
यह भी पढ़ें : हिमाचल में अगले दो दिन तक मौसम बरपाएगा कहर, IMD ने जारी किया अलर्ट
विधानसभा चुनाव में बीजेपी की स्थिति मजबूत करने पर चर्चा
बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार, इस बैठक में आरएसएस के 36 सहयोगी संगठन शामिल हुए। बैठक में खासतौर पर इस बात पर जोर दिया गया कि लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद बीजेपी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में किस तरह से वापसी कर सकती है। आरएसएस ने इस बात का भरोसा दिलाया कि वह विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूरी तरह से समर्थन देगा और जमीन पर पार्टी की स्थिति को मजबूत करने में सहयोग करेगा.
RSS ने बीजेपी को दी अहम सलाह
वहीं बैठक के दौरान आरएसएस पदाधिकारियों ने बीजेपी नेताओं को यह सलाह दी कि चुनाव का उद्देश्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं होना चाहिए, बल्कि विचारधारा की जीत भी सुनिश्चित करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों के प्रदर्शन का आगामी चुनाव पर गहरा प्रभाव पड़ता है, इसलिए बीजेपी को अपने पिछले अनुभवों से सीखते हुए आगे की रणनीति बनानी चाहिए. आरएसएस ने यह भी सुझाव दिया कि पार्टी को विपक्ष द्वारा रचे गए फर्जी नैरेटिव को खत्म करने के लिए ठोस योजना बनानी होगी.
संघ परिवार के संगठनों से समन्वय बनाने पर जोर
बहरहाल, आरएसएस ने बीजेपी को सलाह दी कि वह संघ परिवार के सभी संगठनों से समन्वय बनाकर काम करे. बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि बीजेपी कार्यकर्ताओं को जनता के बीच अधिक सक्रिय रूप से जाना चाहिए और लोगों के मन में फैलाई गई गलतफहमियों को दूर करना चाहिए. संघ परिवार के संगठनों के साथ मिलकर काम करने से बीजेपी को आगामी चुनाव में अधिक समर्थन मिलेगा और यह चुनावी सफलता के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.