महाराष्ट्र के कई इलाकों में बीते 2 दिनों से हो रही तेज़ बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुँच चुका है। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कोंकण, रत्नागिरी, चिपलुन, महाड़ रायगढ़ जिलों में भारी बारिश की संभावना जताते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। रत्नागिरी के कई इलाकों में अभी से बाढ़ जैसी स्तिथि का निर्माण हो चुका है। राजापूर में स्तिथ कोदीवली नदी और खेड़ के जगबुड़ी नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है लिहाजा इस इलाके में कई जगह बाढ़ जैसी स्तिथि दिखाई दे रही है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जिला कलेक्टर को दिया निर्देश
महाराष्ट्र में हर साल बाढ़ के कारण आम जनता को करोड़ों का नुकसान सहना पड़ता है। इस बार भी स्तिथि बिगड़ती दिखाई दे रही है ऐसे में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे खुद बाढ़ की परिस्थितियों पर अपनी नज़र बनाये हुए हैं। मुख्यमंत्री खुद कोंकण इलाके के सभी जिला कलेक्टरों के संपर्क में हैं। सरकार की कोशिश है कि अगले कुछ दिनों में भारी बारिश के कारण जान-माल का नुकसान ना हो। मुख्यमंत्री ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का निर्देश प्रशासन को दिया है।
एनडीआरएफ (NDRF) की टीम पहले से तैयार
पिछले साल महाराष्ट्र के चिपलुन, रत्नागिरी, कोल्हापुर और सांगली जैसे इलाकों में बाढ़ ने खूब तबाही मचाई थी। लिहाजा इस साल सरकार ने एनडीआरएफ (NDRF) को इन इलाकों में पहले से तैनात कर दिया है। एनडीआरएफ की एक टीम नागपुर, एक टीम चिपलुन, एक टीम रायगढ़ और एक रत्नागिरी इलाके में पहले से तैनात किया गया है। पिछले साल बाढ़ और भारी बारिश के कारण कई इलाके डूब गए थे। रत्नागिरी और कोल्हापुर की तरफ जाने वाले रास्ते लैंड स्लाइड के कारण बंद हो गए थे। लिहाजा इस साल ऐसी परिस्थिति ना हो इसलिए पहले से ही एनडीआरएफ को बाढ़ ग्रस्त इलाकों में तैनात कर दिया गया है।
Source : Pankaj R Mishra