जैसा कि हम सब इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं कि राजनीति में कोई किसी का दुश्मन नहीं होता है, यह उदाहरण हम महाराष्ट्र में एक बार फिर से देखने जा रहे हैं. महाराष्ट्र में 18 दिनों की सियासी उठापटक के बाद अब सरकार बनाने का रास्ता साफ होता दिखाई दे रहा है. महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस की डील सरकार गठन के लिए फाइनल कर ली गई है. मीडिया के सूत्रों की मानें तो कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवई में बनने वाली सरकार को बाहर से समर्थन देगी. इस सरकार में शिवसेना के साथ एनसीपी शामिल हो सकती है.
सोमवार की शाम को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने फोन पर बात की. माना जा रहा है यह बातचीत दोनों दलों के बीच सरकार गठन की शर्तों और सरकार के स्वरुप को लेकर हुई. सोनिया गांधी ने उद्धव ठाकरे से बात करने के बाद जयपुर में ठहरे कांग्रेस विधायकों से भी बातचीत की जिसके बाद महाराष्ट्र के कांग्रेस विधायकों ने सोनिया गांधी के सरकार में शामिल होने के फैसले पर सहमति जताई. जयपुर में कांग्रेस के विधायक नितिन राउत ने रिजॉर्ट के बाहर कहा कि उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को बता दिया है कि वे लोग महाराष्ट्र में सरकार बनाना चाहते हैं.
वहीं राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित कर दिया है. आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना विधायक राजभवन पहुंचे हैं जहां शिवसेना एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेगी और कांग्रेस शिवसेना-एनसीपी गठबंधन को बाहर से समर्थन देगी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो