पहले से जय कार्यक्रम के तहत गुरुवार को देहरादून जाना था. राजकीय विमान से देहरादून जाने के लिए जब वह मुंबई एयरपोर्ट पहुंचे तो उनके प्लेन को उड़ान की इजाजत नहीं मिली. इसके बाद कोश्यारी ने देहरादून जाने के लिए कमर्शल फ्लाइट बुक कराई. सरकार द्वारा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को हवाई यात्रा की अनुमति देने से इनकार करने के कारण उन्हें विमान से उतरना पड़ा और वापस राजभवन लौटना पड़ा. इसपर भाजपा नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि राज्यपाल को विमान से उतार दिया गया. भाजपा नेता ने कहा कि यदि राज्यपाल के विमान को सरकार अनुमति देने से मना कर देती है तो यह यह मानहानिकारक है. लोकतंत्र के लिए यह सही नहीं है.
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क्या था मामला
राज्यपाल को गुरुवार को राज्य सरकार के विमान के जरिए देहरादून जाना था. जब वे मुंबई हवाई अड्डे पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि उन्हें इस विमान से उड़ान भरने की अनुमति नहीं है। उन्होंने अब देहरादून के लिए एक वाणिज्यिक उड़ान बुक कर ली है. हैरानी की बात ये है कि राज्यपाल कोश्यारी को विमान में चढ़ने के बाद पता चला कि उन्हें इससे जाने की अनुमति नहीं है. इसलिए राज्यपाल को विमान से उतरना और राजभवन लौटना पड़ा. कोश्यारी का कहना है कि उन्हें पहले से इस बाद की कोई जानकारी नहीं दी गई थी. इसके पहले कभी विमान की इजाजत को लेकर कोई बात भी सामने नहीं आई थी.
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राजकीय विमान का नहीं करेंगे इस्तेमाल
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी उत्तराखंड जाना चाहते थे. इसके वह एयरपोर्ट पहुंचे और वहां सरकारी विमान में जाकर बैठ गए. लेकिन उन्हें कोई सूचना ही नहीं मिली. उन्हें विमान को इजाजत नहीं दी गई. ये इजाजत मुख्यमंत्री के अंतर्गत आने वाले सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दी जाती है. लेकिन विभाग की ओर कोई जानकारी नहीं दी गई. इसके बाद भगत सिंह कोश्यारी विमान से उतरे और वीआईपी जोन में जाकर बैठ गए. फिर उन्होंने निर्णय लिया कि वह सरकारी विमान का इस्तेमाल नहीं करेंगे. वह प्राइवेट विमान का इस्तेमाल करेंगे.
Source : News Nation Bureau