महाराष्ट्र के ग्राम पंचायत चुनावों में महा विकास अघाड़ी के दल शिवसेना को बड़ी सफलता हाथ लगी है. शिवसेना ने महाराष्ट्र के पंचायत चुनावों में सबसे ज्यादा सीटों पर कब्जा जमाया है. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने भी इस चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और शिवसेना के बाद वो सबसे ज्यादा सीटें पाने वालों की लिस्ट में दूसरे पायदान पर जमी है. आपको बता दें कि इन पंचायत चुनावों में शिवसेना ने खबर लिखे जाने तक 3113 सीटें जीत ली थी जबकि बीजेपी के खाते में 2632 सीटें तब तक आईं थीं.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के 34 जिलों की 12,711 ग्राम पंचायत सीटों पर चुनाव हुआ था, जिसके नतीजे सोमवार से ही आने शुरू हो गए थे. मंगलवार सुबह तक महाराष्ट्र में हुए ग्राम पंचायत चुनावों की 12,711 सीटों में से 12348 सीटों के परिणाम आ चुके थे. इन चुनावों में खबर लिखे जाने तक किस दल को कितनी सीटें मिली थीं आइए आपको बताते हैं.
शिवसेना- 3113
बीजेपी- 2632
एनसीपी- 2400
कांग्रेस- 1823
मनसे- 36
निर्दलीय- 2344
महा अघाड़ी गठबंधन ने जमाया 7 हजार सीटों पर कब्जा
इस चुनाव परिणाम को देखकर एक बात तो बिलकुल साफ है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की अगुवई में चल रही महा विकास अघाड़ी के गठबंधन सरकार के सामने ये पहली बड़ी राजनीतिक चुनौती थी जिसे उद्धव सरकार ने सही साबित कर दिखाया. आपको बता दें कि इस चुनाव परिणाम में अगर हम महा विकास अघाड़ी यानि कि शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के गठबंधन की जीती सीटों को मिलाकर देखें तो इस गठबंधन ने लगभग 7 हजार सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं बीजेपी ने भी इस चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अब तक 2632 सीटों पर कब्जा जमाया है. साथ ही बीजेपी ने इस बात का भी दावा किया है कि उनके समर्थित कई निर्दलियों ने भी बड़ी जीत हासिल की है.
मार्च 2020 में होने थे चुनाव
आपको बता दें कि शुक्रवार को महाराष्ट्र में 34 जिलों की 12,711 ग्राम पंचायत सीटों पर चुनाव हुए थे. इस चुनाव में 79 फीसदी वोटिंग हुई थी. आपको बता दें कि पहले राज्य की ग्राम पंचायतों में 31 मार्च 2020 को चुनाव होने वाले थे, लेकिन कोरोना की वजह से 17 मार्च 2020 को इन चुनावों के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया था, जिसके बाद इन चुनावों को टालकर दिसंबर में तारीख दी गई थी.
शिवसेना ने सामना में बीजेपी पर कसा तंज
महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनावों के परिणाम पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना तंज कसते हुए कहा कि, इन चुनाव परिणामों से भारतीय जनता पार्टी को अब समझना चाहिए कि राज्य में बीजेपी के साथी ईडी, सीबीआई और आईटी विभाग राजनीतिक जीत नहीं दिला सकते हैं. अपने मुखपत्र में शिवसेना ने आगे लिखा कि बीजेपी की ओर से लगातार महा विकास अघाड़ी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की गई, लेकिन जनता ने एक बार फिर वोट के जरिए अपना रुख साफ कर दिया है.
Source : News Nation Bureau