महाराष्ट्र (Maharashtra) उन चंद राज्यों में से एक है जिसने (Corona Vaccine) वैक्सीन की कथित कमी के चलते एक मई से 18 के वय से उपर के लोगों का वृहद स्तर पर टीकाकरण अभियान शुरू करने में असमर्थता जता दी है. यह तब है जब विशेषज्ञ समेत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) भी मामले की गंभीरता को समझ रहे हैं. यहां तक कि कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर से सबसे अधिक प्रभावित महाराष्ट्र ने अभी से ही संभावित तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महामारी विज्ञानियों से बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जुलाई और अगस्त तक तीसरी लहर आने की संभावना है. उन्होंने राज्य प्रशासन से तीसरी लहर के लिए तैयार रहने को कहा और बुनियादी ढांचे को बेहतर करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वह राज्य में वर्तमान परिदृश्य को दोहराना नहीं चाहते हैं.
सीएम ने कहा तैयार रहें तीसरी लहर के लिए
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कोरोना के हालातों पर चर्चा करने के लिए में संभागीय आयुक्त, कलेक्टर, नगर आयुक्तों के साथ एक अहम बैठक की थी. इसी बैठक में उन्होंने स्पष्ट से सभी को तीसरी लहर के लिए तैयार रहने को कहा. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हमें आत्मनिर्भर बनना होगा, विशेष रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति के मामले में. सीएम ने कहा कि वह तब ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी का कोई कारण नहीं सुनना चाहेंगे. स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि हम चाहते हैं कि जुलाई तक स्थानीय प्रशासन के पास ऑक्सीजन सरप्लस हो. इसके लिए 125 पीएसए प्रेशर स्विंग एबॉर्शन (पीएसए) तकनीक प्लांट लगाने के आदेश जारी किए गए हैं और अगले 10 दिनों में राज्य भर में इनकी स्थापना शुरू हो जाएगी. जिला कलेक्टरों को अपने संबंधित जिले में कुल सक्रिय रोगियों के 25 फीसदी के अनुपात में 5 से 10 एलपीएम ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद करने के लिए निर्देशित किया गया है, ताकि सभी हल्के और गंभीर रोगियों को किसी भी मामले में नियमित रूप से ऑक्सीजन की आपूर्ति मिल सके.
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टास्क फोर्स के सदस्यों ने जताई है आशंका
नाम न जाहिर होने देने की शर्त पर एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि जुलाई और अगस्त में महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर आएगी, यह भविष्यवाणी राज्य की टास्क फोर्स के सदस्यों द्वारा दी गई सलाह पर आधारित है. टास्क फोर्स ने यह भविष्यवाणी मेडिकल फील्ड के विशेषज्ञों से बातचीत के आधार पर की है. इतना ही नहीं, उन्होंने विभिन्न देशों में कोरोना की लहरों के पैटर्न के अध्ययन के आधार पर भविष्यवाणी की है. विशेषज्ञों के अनुसार, कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट मई के अंत तक शुरू होने की संभावना है, मगर जुलाई के अंत या अगस्त के पहले सप्ताह तक मामले फिर से बढ़ने लगेंगे जो राज्य में तीसरी लहर होगी.
टीकाकरण की रफ्तार धीमी होने से बढ़ी चिंता
गौरतलब बात यह है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ टीकाकरण की धीमी रफ्तार देख महाराष्ट्र में संक्रमण की तीसरी लहर आने की चेतावनी पहले ही जारी कर चुके हैं. यह चेतावनी तब जारी की गई है जब महाराष्ट्र सरकार ने कहा कि वह पर्याप्त संख्या में टीका उपलब्ध नहीं होने के कारण 18 से 44 वर्ष के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं करने जा रही है. विशेषज्ञों की मानें तो कोविड-19 पर सही तरीके से तभी लगाम कसी जा सकता है जब टीकाकरण के योग्य दो-तिहाई आबादी को टीका लगाया जाए. टीकाकरण अभियान से जुड़े सूत्र के मुताबिक महाराष्ट्र में टीका लगाने योग्य नौ करोड़ लोगों में से महज 1.50 करोड़ लोगों को अभी तक टीका लग सका है, जो बहुत कम है.
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सूबे में 15 मई तक बढ़ाया गया लॉकडाउन
बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। गुरुवार को महाराष्ट्र में 66,159 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए तो 771 लोगों की मौत हो गई. वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 15 मई तक बढ़ा दिया, ताकि राज्य में कोरोना वायरस महामारी के प्रसार पर रोक लगाई जा सके. राज्य के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की तरफ से जारी आदेश में कहा गया कि पाबंदियां बढ़ाने का फैसला किया गया है क्योंकि राज्य में कोविड- 19 का खतरा बना हुआ है.
HIGHLIGHTS
- सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा सभी कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के लिए रहें तैयार
- विशेषज्ञ भी टीकाकरण की धीमी रफ्तार देख जता चुके हैं तीसरी लहर की आशंका
- महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को लॉकडाउन जैसी पाबंदियों को 15 मई तक बढ़ाया