देश में एक बार फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों ने देशवासियों को चिंता में डाल दिया है. पिछले साल की तुलना में इस साल रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं. छत्तीसगढ़, पंजाब, गुजरात, राजस्थान, दिल्ली और महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों ने राज्य सरकारों की चिंता बढ़ा दी है. इस बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को बताया कि राज्य सरकार के पास विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर पर्याप्त वैक्सीन की डोज उपलब्ध नहीं है, वैक्सीन की कमी के की वजह से हमें लोगों को वापस भेजना पड़ रहा है. उन्होंने आगे कहा कि हमने केंद्र सरकार से मांग की है कि 20 से 40 वर्ष तक के लोगों को भी प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन का डोज दिया जाना चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मीडिया को बताया कि, हमने केंद्र सरकार को बता दिया है कि आपने जो निर्बंध बताये है हमने वही नियम लगवा दिए है. महाराष्ट्र में कुछ सख्त फैसले लेने पड़े है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को 20-40 साल के लोगों को लिए टीकाकरण करने की अनुमति दी जानी चाहिए हमने ये मांग केंद्र सरकार से की है. स्वास्थ्य मंत्री ने टीकाकरण को कोरोना वायरस संक्रमण का रामबाण उपाय बताया है. उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में 1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन तैयार होती है उसी ऑक्सीजन में से एक बड़ा हिस्सा हमने मरीजों के लिए रखा है दूसरे राज्यों भी ऑक्सीजन मंगवाया है.
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इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि, निजी डॉक्टरों को रेमडिसिव्हीर निर्देशानुसार करना अनिवार्य रहेगा. इंडियन मेडिकल असोसिएशन को सूचना दी है कि रेमडिसिव्हीर का सही इस्तेमाल किया जाएं. उन्होंने कहा कि कई जगहों पर सिर्फ बिल बढ़ाने के लिए रेमडिसिव्हीर दिया जा रहा है ऐसे नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तुरंत सख्त करवाई की जायेगी. इसके साथ ही उन्होंने रेमडिसिव्हीर की कीमतों को 1100- 1400 के बीच तक सीमित करने की बात भी कही है. उन्होंने आगे कहा कि मुंबई समेत महाराष्ट्र में कोरोना वैक्सीनेशन का सिर्फ 3 दिन का स्टॉक बचा हुआ है.
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उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में फिलहाल 14 लाख वैक्सीन उपलब्ध है. 3 दिन के बाद वैक्सीन खत्म हो जायेगी. महाराष्ट्र में हर हफ्ते कोरोना वैक्सीन की 40 लाख डोज की जरूरत है. होम आइसोलेशन में मरीज को अपना ध्यान रखना है उनको तकलीफ बढ़ने पर वे लोग अस्पताल में आते है. कोरोना स्ट्रेन में बदलाव देखने को मिल रहा है ऐसा हमें शक है. विदर्भ, मराठवाडा, पुणे, मुंबई के कोरोना के सैंपल की जाँच चल रही है..इस बारे में केंद्र को सैंपल भेजकर जानकारी दी है..पर केंद्र से अभी तक कोई चिट्ठी नहीं आयी है. केंद्र सरकार द्वारा दिए गए पुरावलेले ट्री बी टोन कंपनी के वेंटीलेटर इस्तेमाल के लिए ठीक नहीं है.
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उन्होंने ये भी कहा कि केंद्र सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए. मुंबई और पुणे में बेड्स और वेंटीलेटर्स की संख्या बढाने के निर्देश दिए है. यवतमाल और अमरावती में कोरोना मरीजों की संख्या कम हो रही है. ऐसे इलाकों में कोई छूट दे पायंगे इस बारे में चर्चा चल रही है. दुकाने बंद रखी है लेकिन फिलहाल जान बचाना बहुत जरुरी है. हमने निर्बंध सख्त किये है लॉकडाउन नहीं लगाया है. ऐसे समय में किसी को राजनीति नहीं करनी चाहिए भाजपा को सहयोग करना चाहिए. महाराष्ट्र में कोरोना की 25% पॉजिटीविट रेट है.
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने बताया कि मुंबई और पुणे में बेड्स की दिक्कत आई है. मुस्लिम भाइयों के डेलिगेशन रमजान के महीने में कुछ राहत दी जा सकती है क्या इसपर विचार चल रहा है. मुस्लिम समाज में भी कोरोना टीकाकरण बढ़ना चाहिए. लॉक डाउन सिर्फ शनिवार रविवार के दिन ही है बाकी दिन नियमों को सख्त कर दिया है. मीडिया को भी लॉकडाउन शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. महाराष्ट्र के ब्लड बैंकों में खून की किल्लत है. आनेवाले 6 दिन ही इस्तेमाल हो सकें इतना ही खून ब्लड बैंक में बचा है. मुंबई में भी ब्लड की बहुत कमी है. लोगों से अपील है खास तौर पर युवाओं से की रक्तदान करें गर्मियों के छुट्टियों में अक्सर लोग शहर से बाहर चले जाते है जिसकी वजह से ब्लड बैंकों में खून की कमी आई है. पर आप जहा कहीं पर भी हो सरकारी अस्पताल में रक्तदान जरूर करें.
HIGHLIGHTS
- महाराष्ट्र में बढ़ते जा रहे हैं कोरोना के केस
- राज्य के स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे नेे जताई चिंता
- कोरोना वैक्सीन की कमी पर टोपे ने जताई चिंता