Maharashtra-Karnataka Border Dispute : महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. इस विवाद को लेकर राज्यों के लोगों के बीच खींचतान शुरू हो गया है. इसी क्रम में कर्नाटक के बेलगावी में कुछ लोगों ने मंगलवार को विरोध प्रदर्शन कर दिया. साथ ही यहां सुबह सुबह महाराष्ट्र के वाले ट्रकों पर हमला किया गया, जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई. इसे लेकर महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने एतराज जताया है. साथ ही महाराष्ट्र ने कर्नाटक जाने वाली बसों को रोक दिया है. इस बीच एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. वहीं, सीएम एकनाथ शिंदे ने एक बैठक बुलाई है, जिसमें कई मंत्री शामिल होंगे.
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शरद पवार ने चेतावनी देते हुए कहा है कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद को लेकर कर्नाटक में महाराष्ट्र के वाहनों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है. अगर 24 घंटे में हमले नहीं रुके तो आगे जो होगा उसकी जिम्मेदारी कर्नाटक सरकार की होगी, क्योंकि ये देश की एकता के लिए खतरा है. हम 24 घंटे देखेंगे कि कर्नाटक की भूमिका क्या है? परिस्थिति बिगड़ी तो जिम्मेदार कर्नाटक सरकार होगी.
उन्होंने आगे कहा कि डर का माहौल पैदा करने की कोशिश की जा रही है. महाराष्ट्र ने संयम की भूमिका ली है पर अब मर्यादा खत्म हुई. वाहनों पर हमले खत्म नहीं हुए तो अलग परिणाम दिखेंगे, जिसके लिए जिम्मेदार कर्नाटक सरकार होगी. कर्नाटक सरकार की तरफ से चिढ़ाने वाले वक्तव्य किए जा रहे हैं. केंद्र सरकार सिर्फ देखने की भूमिका लेकर नहीं चल सकती है.
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एनसीपी प्रमुख पवार ने आगे कहा कि लोकसभा अधिवेशन बुधवार से शुरू हो रहा है. हम इस मुद्दे को रखेंगे. आदमी-आदमी, भाषा-भाषा के बीच कटुता लाना अच्छी बात नहीं है. मामले को अलग स्वरूप देने का प्रयास किया जा रहा है. अगर हिंसा कम नहीं हुई तो हमें वहां जाना होगा. महाराष्ट्र के सांसदों को एकसाथ आकर इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए. कर्नाटक चुनाव नजदीक आ रहे हैं, इसलिए ये मुद्दा गरमाता नजर आ रहा है.