Maharashtra Politics : महाराष्ट्र की राजनीति में चाचा की गुगली से भतीजा बोल्ड हो गया है. राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार दो कार्यकारी अध्यक्ष को नियुक्त कर परिवारवाद के आरोप से बचते नजर आए तो दूसरी तरफ अपने उत्तराधिकारी के संकेत देते हुए अजित पवार को बड़ा झटका दिया है. शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को एनसीपी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्ति किया गया है, जबकि अजित पवार को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. एनसीपी के स्थापना दिवस पर ये ऐलान होते ही साफ हो गया है कि भविष्य में एनसीपी की बागडोर किसके हाथों में रहेगी.
ये भी पढ़ें: AAP की महारैली में बोले सीएम केजरीवाल- दिल्ली के अपमान को बर्दाश्त नहीं कर सकता
एनसीपी में अब सुप्रिया सुले का कद बढ़ गया है, जबकि अजित पवार का पावर कम होता जा रहा है. अभी तक सुप्रिया सुले को महाराष्ट्र की राजनीति से दूर रखा जाता था और अजित पवार एवं जयंत पाटिल की सलाह पर राज्य से जुड़े सारे फैसले शरद पवार ही लेते थे, लेकिन इस बार उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष के साथ महाराष्ट्र, हरियाणा और पंजाब की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है. ऐसे में अब सुप्रिया सुले ही राज्य से जुड़े निर्णय जैसे टिकट बंटवारा हो या संगठन खुद लेंगी और साथ ही सारे नेता उन्हें रिपोर्ट करेंगे. उनके पास विधायकों से राय लेकर महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष से अजित पवार को हटाने का भी अधिकार है.
शरद पवार ने पिछले महीने एनसीपी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इस पर एनसीपी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने खासी नाराजगी जताते हुए उनसे इस्तीफा वापस लेने की अपील की थी. इसके बाद एक कमेटी बनाई गई और कमेटी ने शरद पवार को अपने इस्तीफे पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था. समर्थकों की नाराजगी और कमेटी के फैसले के बाद शरद पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया था. उस समय एनसीपी अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार अजित पवार माने जा रहे हैं, लेकिन शरद पवार ने अपनी गुगली से अजित पवार को बोल्ड कर दिया और अपनी बेटी को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया.
HIGHLIGHTS
- अजित पवार को बड़ा झटका दिया है
- एनसीपी में अब सुप्रिया सुले का कद बढ़ गया है
- शरद पवार ने पिछले महीने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया