Maharashtra Mid Day Meal: महाराष्ट्र में मिड-डे मील में सुधार करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. हाल ही में प्रदेश सरकार ने बच्चों को हेल्दी डायट उपलब्ध कराने के लिए 50 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है. जिसके तहत बच्चों को अगले 10 हफ्ता तक प्रति दिन खाने में एक अंडा दिया जाएगा और जो छात्र अंडा नहीं खाते हैं, उन्हें एक केला दिया जाएगा. वहीं, इस बीच प्रदेश के छत्रपति संभाजीनगर में मिड डे मील का खाना खाने से 181 बच्चों की तबीयत बिगड़ गई.
मिड डे मील का खाना खाने से 181 छात्रों की बिगड़ी तबीयत
वहीं, 9 बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. स्थिति को देखते हुए 9 छात्रों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया है. दरअसल, शनिवार को छात्रों को खाने में बिस्किट दिया गया था. इसे खाते ही बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. कुछ बच्चों को उल्टी होने लगी तो कुछ बच्चों को अचानक से बुखार आ गया. छात्रों की स्थिति को देखते हुए तुरंत एंबुलेंस बुलाया गया और उन्हें हॉस्पीटल पहुंचाया गया.
यह भी पढ़ें- UP Constable: पति-पत्नी का झगड़ा सुलझाने आया था सिपाही, विवाहिता के साथ मनाने लगा रंगरेलियां, Video Viral
9 छात्रों की स्थिति गंभीर
इस मामले पर अब तक प्रशासन की तरफ से कोई भी आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. बयान के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आखिर बिस्किट खाने से छात्रों की तबीयत खराब क्यों हो गई या फिर बिस्किट में ऐसा क्या था, जिससे छात्रों की स्थिति ऐसी हो गई? फिलहाल 9 छात्रों की स्थिति नाजुक बनी हुई है. वहीं, कुछ अन्य छात्रों की भी स्थिति गंभीर बताई जा रही है. बता दें कि कुछ महीने पहले ही प्रदेश के पालघर से फूड पॉइजनिंग की खबर सामने आई थी. जिसमें 70 लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए थे. जिसमें स्कूली छात्र भी शामिल थे. उस समय पालघर के दहानू आदिवासी विकास परियोजना के तहत खाने की व्यवस्था की गई थी. बच्चों का खाना खाने के बाद ही तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
1.12 करोड़ से अधिक छात्रों को दिया है मिड डे मील
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में 86,000 सरकारी स्कूलों में कक्षा 1-8 तक करीब 1.12 करोड़ से अधिक छात्र पढ़ाई करते हैं, जिन्हें मिड डे मील का खाना दिया जाता है. वहीं, पिछले कुछ महीने में मिड डे मील के खाने को लेकर कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं.