महाराष्ट्र की सत्ताधारी महा विकास अघाड़ी सरकार के मुख्य घटक शिवसेना में फूट के बाद शरद पवार उद्धव ठाकरे से मिलने उनके आधिकारिक निवास स्थान वर्षा पर मिलने पहुंचे हैं. ये मुलाकात ऐसे समय में हो रही है, जब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हाथ से राज्य की सत्ता के साथ ही पार्टी की कमान भी जाती हुई दिख रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उद्धव ठाकरे से मुलाकात के दौरान शरद पवार ने एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कहा कि ऐसा करने से गठबंधन की सरकार भी बच जाएगी और शिवसेना के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा भी टल जाएगा. गौरतलब है कि शिवसेना से बागी हुए 34 विधायकों ने एकनाथ शिंदे को शिवसेना विधायक दल का नेता चुनकर मान्यता देने के लिए पत्र राज्यपाल को भेज दिया है. ये सभी विधायक कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ गठबंधन सरकार बनाने पर अड़े हुए हैं.
उद्धव ठाकरे दिखे बेबस
इससे पहले फेसबुक लाइव कर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सूबे की जनता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने पार्टी से बागी हुए विधायकों को सामने आकर बातचीत से मामले का हल निकालने की अपील की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आपको कुछ दिक्कत थी तो आप मुझे कहते. आपको सीएम का पद चाहिए था, तो बोल देते कि उद्धव ठाकरे जी आप इस मुख्यमंत्री पद के लायक नहीं हैं, पद छोड़ दो, तो मैं छोड़ देता. लेकिन आपको गुजरात, गुवाहाटी जाकर अपनी बात रखने की क्या जरूरत थी. इसके बाद उन्होंने कहा कि बगावत करने वाले मेरे विधायक हैं, वे खुद मुझसे बात करें.
मेरी इच्छा रहेगी की सीएम शिवसेना का ही बने
उद्धव ठाकरे ने अपने बागी विधायकों को बातचीत का न्योता देते हुए कहा कि सामने आकर बात करिए. मेरे खिलाफ एक भी विधायक ने अगर वोट किया तो मेरे लिए वो शर्मनाक बात होगी. मैं सीएम पद से इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं. आमने-सामने बैठकर चर्चा करने के लिए भी तैयार हूं. आपको अगर लगता है कि मैं शिवसेना प्रमुख पद के लायक नहीं हूं तो भी बताते, मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं. इसके बाद उन्होंने कहा कि मेरे सीएम पद छोड़ने पर सीएम शिवसेना का ही हो तो मुझे खुशी होगी.
HIGHLIGHTS
- संकट में फंसे सीएम उद्धव ठाकरे मंथन में जुटे
- राजनीतिक हल और आगे की रणनीति पर मंथन
- उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद छोड़ने की जताई इच्छा